जयपुर. प्रदेश में चल रही राजनीतिक उठापटक के बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने शुक्रवार को कांग्रेस को आड़े हाथ लिया. इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा.
राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरजेवाला पर निशाना साधते हुए सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस ने अपने दो नेताओं का ऑडियो टेप किया. साथ ही बीजेपी के केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का भी ऑडियो में जिक्र किया. सतीश पूनिया ने कहा कि सुरजेवाला प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस तरह से बात कर रहे थे जैसे वे एसओजी के डीजी हो. वे यह कहते हुए नजर आए कि मुकदमा दर्ज करना चाहिए और गिरफ्तारी भी होनी चाहिए. पूनिया ने कहा कि राज्यसभा चुनाव के लिए 9 तारीख को कांग्रेस के विधायकों की बाड़ेबंदी हुई थी और जो टेप जारी हुए हैं उसमें 13 तारीख की बातचीत दर्ज है. यह किसी भी तरीके से संभव नहीं है.
उन्होंने कहा कि इस मामले में दो लोग पकड़े गए और यह प्रचारित किया गया कि यह बीजेपी के नेता है. उन दोनों में से कोई भी बीजेपी का स्थापित नेता नहीं था. सतीश पूनिया के अनुसार केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह ने खुद कहा है कि इस ऑडियो क्लिप की दुनिया की किसी भी एजेंसी से जांच करा ली जाए, वे इसके लिए तैयार हैं. कांग्रेस सरकार बीजेपी के मानहानि का प्रयास कर रही है.
सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री के सचिन पायलट को लेकर दिए गए बयानों पर भी अपनी बात कही. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि जब मैं एमपी बना तो सचिन पायलट 3 साल के थे और आज वापस आ जाए तो मैं उनके उनको गले लगा लुंगा. इस पर पुनिया ने कटाक्ष करते हुए कहा कि गले लगा लो राजस्थान को जनता को अकेला क्यों छोड़ा हुआ है.
सतीश पूनिया ने कहा धारा 124 ए का गलत तरीके से उपयोग कर प्रदेश में डराने और धमकाने का वातावरण बनाया जा रहा है. यह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कुर्सी जाने का भय मात्र है. गिरफ्तार संजय जैन के बारे में पूनिया ने कहा कि वह बीजेपी का कोई नेता नहीं है, वह लूणकरणसर का कांग्रेस का ब्लॉक अध्यक्ष रह चुका है. बीजेपी के नेताओं को बदनाम करने के लिए उसे प्रायोजित तरीके से इस्तेमाल किया गया है.
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