जयपुर.पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती दरों को लेकर प्रदेश कांग्रेस ने शुक्रवार को पेट्रोल पंपों के बाहर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने इसे राहुल गांधी की भजन मंडली की नौटंकी करार दिया. बीजेपी की राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर ने भी इस प्रदर्शन को परेशान जनता का ध्यान प्रदेश सरकार की नाकामी से हटाने के लिए किया गया कार्यक्रम बताया.
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पूनिया ने बकायदा पेट्रोल पंप के बाहर खड़े होकर एक बयान दिया और कहा, गुरुवार को राहुल गांधी की भजन मंडली ने प्रदेश के पेट्रोल पंप पर प्रदर्शन की नौटंकी की. लेकिन प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस नेताओं को पहले अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए, क्योंकि यूपीए सरकार के समय ही पेट्रोल और डीजल में काफी बढ़ोतरी हुई थी. वहीं राजस्थान सरकार यह न भूले कि देश में सर्वाधिक 36 परसेंट वेट पेट्रोल पर और 26 परसेंट डीजल पर राजस्थान में ही लग रहा है. जबकि अन्य प्रदेशों में वेट की दरें बेहद कम हैं. पूनिया ने प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस नेताओं को परेशान की नौटंकी छोड़ वेट की दरें कम करके जनता को राहत देने की भी नसीहत दी.
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया का बयान बीजेपी राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर ने भी साधा निशाना
उधर, बीजेपी की राष्ट्रीय मंत्री अलका सिंह गुर्जर ने एक बयान जारी कर कांग्रेस के इस विरोध प्रदर्शन को जनता का ध्यान भटकाने के लिए किया गया कार्यक्रम करार दिया. अलका गुर्जर ने कहा, प्रदेश कांग्रेस के नेता आपस में लड़ रहे हैं और कुर्सी की लड़ाई में जनता की समस्याओं के प्रति अपना दायित्व भूल चुके हैं. उन्होंने कहा अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए कांग्रेस के नेता पेट्रोल-डीजल की दरों को लेकर विरोध कर रहे हैं. जबकि जनता को राहत देने के लिए गहलोत सरकार वेट की दर कम कर सकती है.
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डॉक्टर अशोक पनगढ़िया के निधन पर जताया शोक
वहीं राज्यपाल कलराज मिश्र, विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर सीपी जोशी, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित बीजेपी के कई नेताओं ने पद्मश्री से नवाजे गए डॉक्टर अशोक पनगढ़िया के निधन पर शोक जताया है.
राठौड़ के बाद पूनिया ने भी लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने भी पंजाब से इंदिरा गांधी नहर परियोजना में आ रहे दूषित जहरीले पानी से राज्य के 10 जिलों में उत्पन्न स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है. पूनिया ने गहलोत को पत्र में लिखा कि, पिछले कुछ समय से प्रदेश के 10 जिले यथा गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, नागौर, चूरू, झुंझुनू और सीकर को इंदिरा गांधी नहर परियोजना से पेयजल के साथ-साथ जल संरक्षण के समक्ष एक विकट संकट का सामना करना पड़ रहा है.
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पंजाब स्थित हरिके बैराज से पिछले कुछ समय से काला दूषित जहरीला पानी छोड़ा जा रहा है, जिसके कारण राजस्थान की इंदिरा गांधी नहर परियोजना, गंगनहर एवं भाखड़ा नांगल सिंचाई प्रणाली, जिनमें अमृत रूपी जल प्रवाह होता है. उनमें अब जहर फैलता जा रहा है, पीना तो दूर ऐसे जहरीले पानी से सिंचाई तक जानलेवा साबित हो रही है. यह पानी पेयजल के लिए हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर, बीकानेर सहित दस जिलों के लगभग दो करोड़ लोगों के लिए सप्लाई किया जाता है. पंजाब के औद्योगिक क्षेत्रों से निकलने वाला गंदा केमिकल युक्त पानी सतुलज नदी के जरिए इंदिरा गांधी नहर के पानी में आकर मिल रहा है और इसे जहरीला बना रहा है. वर्तमान समय में कोरोना वैश्विक महामारी से आमजन त्रस्त है और अब इंदिरा गांधी नहर परियोजना का दूषित हो रहा जल इन दस जिलों के लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है.
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उन्होंने लिखा कि विशेषज्ञ के अनुसार विशेषज्ञों ये दूषित जल किडनी, लीवर के लिए अत्यन्त नुकसानदायक है और कैंसर जैसे भयंकर रोगों का भी एक प्रमुख कारण बन रहा है. इस जहरीले पानी के कारण इन नहरों में लाखों-करोड़ों की संख्या में मछलियों और अन्य जलीय जन्तुओं की मौत हो गई है. पूनिया ने गहलोत से आग्रह किया कि, लोक महत्व के इस विषय पर स्वतः संज्ञान लेते हुए पंजाब सरकार से वार्ता कर समस्या का शीघ्रातिशीघ्र समाधान करवाए जाने का श्रम कराएं, जिससे इन दस जिलों के लगभग दो करोड़ लोगों को इस गर्मी के मौसम में शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके.
राठौड़ के बाद पूनिया ने भी लिखा मुख्यमंत्री को पत्र गौरतलब है कि 2 दिन पहले प्रतिपक्ष नेता राजेंद्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री के संबंध में पत्र लिखा था वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी ट्वीट के जरिए प्रदेश सरकार से इस समस्या के समाधान की मांग की थी. अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस समस्या के समाधान का आग्रह किया है.