जयपुर.प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था और लगातार बढ़ रहे दुष्कर्म के मामलों को लेकर भाजपा की ओर से प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय पर हल्ला बोल कार्यक्रम के तहत विरोध प्रदर्शन किया गया. जयपुर में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया के नेतृत्व में यह विरोध प्रदर्शन हुआ. इस तौरान पुलिस से तीखी नोकझोंक के बाद सतीश पूनिया और रामलाल शर्मा ने अपनी गिरफ्तारी दी.
भाजपा मुख्यालय से बड़ी संख्या में भाजपा नेता पदाधिकारी और कार्यकर्ता एकत्रित हुए. वहीं लंबे समय से बीमार चल रहे प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया के नेतृत्व में सिविल लाइंस फाटक की तरफ पैदल ही रवाना हुए. हालांकि, सिविलयन फाटक में पहले से पुलिस बल तैनात था और उन्हें मुख्यमंत्री निवास की ओर बढ़ने से रोक दिया गया. इस दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ तीखी नोकझोंक भी हुई.
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वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और विधायक रामलाल शर्मा को पुलिस ने हिरासत में भी लिया या ये भी कह सकते हैं कि दोनों ही नेताओं ने स्वयं गिरफ्तारी भी दी लेकिन यहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने पुलिस के वाहनों को तकरीबन 20 मिनट तक आगे हिलने तक नहीं दिया. बाद में पुलिस के वाहन पूनिया और रामलाल शर्मा को लेकर निकल पड़े.
बढ़ते क्राइम को लेकर गहलोत सरकार को ठहराया जिम्मेदार
भाजपा के इस विरोध प्रदर्शन में जयपुर शहर से आने वाले कई नेता नदारद दिखे. BJP के कुछ नेता कोविड-19 की चपेट में आए हुए हैं. जिसके चलते यहां नहीं आए. साथ ही कुछ एहतियात के तौर पर इस कार्यक्रम से दूर ही रहे. विधायक कालीचरण सराफ और जयपुर शहर अध्यक्ष राघव शर्मा का कहना है कि जिस प्रकार के हालात प्रदेश में गहलोत सरकार के कार्यकाल में उत्पन्न हुए, उसके बाद आमजन का पुलिस से विश्वास उठ चुका है.