जयपुर. अपनी मांगों को लेकर स्वायत्त शासन भवन पहुंचे निगम के सफाई कर्मचारी और पुलिस कर्मी मंगलवार को (Jaipur Nigam Sanitation workers Protest) आमने-सामने हो गए. नौबत झड़प और हाथापाई तक पहुंच गई. इस दौरान महिला सफाई कर्मचारियों ने पुरुष पुलिसकर्मियों पर अभद्रता का भी आरोप लगाया. वहीं सफाई कर्मचारियों ने उनकी मांगे नहीं माने जाने तक डीएलबी में ही धरना देते हुए भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी.
राजधानी के हेरिटेज और ग्रेटर नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने बकाया वेतन एरियर, RGHS योजना का जल्द लाभ दिलाने, सफाई कर्मचारियों के चुनाव करवाने और स्थायीकरण से रह गए सफाई कर्मचारियों को नियमित करने जैसी मांगों को लेकर डीएलबी का घेराव किया. सफाई कर्मचारी हाथों में झाड़ू और मांगों की तख्ती लेकर यहां पहुंचे. इस दौरान सफाई कर्मचारियों ने जबरन स्वायत्त शासन भवन में घुसने का प्रयास किया.
सफाई कर्मचारी और पुलिस के बीच हाथापाई. इसपर पुलिस प्रशासन की ओर से बल प्रयोग करते हुए सफाई कर्मचारियों को रोका गया. इस पर मामला हाथापाई तक (Protest in Jaipur) जा पहुंचा. महिला सफाई कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि महिला पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में पुरुष पुलिसकर्मियों ने उन्हें पीछे हटाने का प्रयास किया. साथ ही पुलिसकर्मियों पर अभद्रता का भी आरोप लगाया गया. वहीं सफाई कर्मचारियों ने बताया कि सफाई यूनियन का कार्यकाल 14 मार्च 2021 को पूरा हो चुका है. लेकिन प्रशासन इस पर टालमटोल रवैया अपनाते हुए चुनाव नहीं करवा रहा है.
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सफाई कर्मचारियों को मेडिकल सुविधा से रखा महरूम: उन्होंने बताया कि जो कर्मचारी 2018 में भर्ती हुए ( Sanitation workers and Jaipur police clash) थे, उनको अब तक एरियर का भुगतान नहीं किया गया. इसके अलावा मुख्यमंत्री राजस्थान के कर्मचारी के लिए आरजीएचएस की योजना लेकर आए. लेकिन नगर निगम के कर्मचारियों को उसका लाभ भी नहीं मिल पा रहा. जबकि इन कर्मचारियों ने कोरोना संक्रमण के दौरान सबसे ज्यादा सक्रिय रहकर काम किया. इन्हीं सफाई कर्मचारियों को सबसे ज्यादा मेडिकल सुविधा की आवश्यकता है. लेकिन इन्हें अब तक इससे महरूम रखा हुआ है. इसके अलावा कुछ कर्मचारियों का प्रोबेशन पीरियड खत्म हो चुका है और अभी भी स्थायीकरण होना बाकी है. कर्मचारियों को मिलने वाली वर्दी और सरेंडर का पैसा भी नहीं मिल रहा.
डीडीए ने मांगों पर कार्रवाई का दिया आश्वासन: मंगलवार को डीएलबी डायरेक्टर के जयपुर से बाहर होने के चलते डीडीए नरेंद्र वर्मा कर्मचारियों से वार्ता करने के लिए पहुंचे. उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारियों के हेरिटेज और ग्रेटर निगम में एकल चुनाव कराने का फैसला लिया गया है. इस संबंध में ग्रेटर निगम आयुक्त को चुनाव कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. वहीं उन्होंने कर्मचारियों की दूसरी जायज मांगों पर भी जल्द कार्रवाई करने की बात कही. डीडीए के आश्वासन के बाद भी खबर लिखे जाने तक सफाई कर्मचारी डीएलबी में ही डटे रहे.