राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

74वें स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में पायलट रहे नदारद, डोटासरा ने मीडिया के सवालों पर कहा- हम सब एक हैं - rajasthan political news'

74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री गहलोत ने SMS स्टेडियम में ध्वजारोहण किया. लेकिन इस अवसर पर सचिन पायलट नजर नहीं आए. हालांकि इस दौरान राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि अब हम सब एक हैं.

डोटासरा का बयान, statement of dotasra
राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा

By

Published : Aug 15, 2020, 2:30 PM IST

Updated : Aug 15, 2020, 4:40 PM IST

जयपुर.राजस्थान में सियासी महासंग्राम के बाद कांग्रेस ने अपना बहुमत विधानसभा में साबित कर दिया. अब कांग्रेस में सब कुछ सही लग रहा है, लेकिन आज स्वाधीनता दिवस पर सचिन पायलट को लेकर लोगों ने सोचा था कि जब सब कुछ ठीक हो गया है तो हो सकता है कि वह स्वाधीनता दिवस के कार्यक्रम में शिरकत करें. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.

सचिन पायलट विधानसभा की कार्रवाई पूरी होने के साथ ही शुक्रवार को ही दिल्ली के लिए रवाना हो गए और आज स्वतंत्रता दिवस के राजकीय कार्यक्रम में वह दिखाई नहीं दिए. इस मामले में जब राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से सवाल किया गया तो इसे टालते हुए उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि अब कांग्रेस पूरी तरीके से एक है.

राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा

पढ़ेंः 74 वां स्वतंत्रता दिवसः मुख्यमंत्री ने अमर जवान ज्योति पर शहीदों को दी श्रद्धांजलि

दरअसल, स्वाधीनता दिवस के अवसर पर जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में हुए राजकीय कार्यक्रम में स्पीकर सीपी जोशी और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत मंत्रिमंडल के ज्यादातर सदस्य मौजूद रहे, लेकिन पायलट ने इस कार्यक्रम से दूरी बनाई रखी. हालांकि सचिन पायलट जब पद पर थे तो भी एक दो बार ही स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम में शरीक हुए थे.

कार्यक्रम के बाद पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देने के साथ ही कहा कि महात्मा गांधी की अगुवाई में चाहे जवाहरलाल नेहरू हो, सरदार पटेल हो या मौलाना अब्दुल कलाम आजाद हो हजारों सेनानियों ने मिलकर इस देश को आजाद करवाया और आजादी के बाद पंडित जवाहरलाल नेहरू ने आधुनिक भारत की नींव रखी.

पढ़ेंः मुख्यमंत्री की सुरक्षा में चूक, काफिले के सामने आई काली स्कॉर्पियो, मचा हड़कंप

जिसे स्वर्गीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने अपना बलिदान देते हुए भी आगे बढ़ाया, लेकिन कुछ समय से देश में ऐसी ताकतें हावी है जो धर्म के आधार पर देश को बांट कर सत्ता चलाना चाहती है. उनका उद्देश्य यही रहता है कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान की लोकतांत्रिक व्यवस्था को छिन्न-भिन्न कर दें, लेकिन प्रदेश की 7 करोड़ बहादुर जनता ने जिस विश्वास के साथ अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनाई थी. हमने प्रदेश में किसानों के संकट और कोरोना संकट में बेहतरीन काम किया.

पढ़ेंः पुलिस मुख्यालय में डीजीपी भूपेंद्र सिंह यादव ने किया ध्वजारोहण, सफाई कर्मचारियों को मिठाई देकर की हौसला अफजाई

केंद्र की भाजपा सरकार ने लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को गिराने का षड्यंत्र भी किया, लेकिन इस 74वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदेश की जनता और बहादुर विधायकों ने यह बता दिया जिन 75 का आंकड़ा भाजपा के पास था वह उसे भी सदन के सामने एकजुट नहीं रख पाए. राजस्थान में कांग्रेस की सरकार 5 साल तक ही नहीं बल्कि आगे भी चलेगी. वहीं, सचिन पायलट के आज दिखाई नहीं देने पर उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि हम सब अब एक हैं और एक रहेंगे.

Last Updated : Aug 15, 2020, 4:40 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details