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पहले भी युवाओं को कांग्रेस ने मौका दिया...यह परम्परा आगे भी जारी रहेगी- सचिन पायलट

राजस्थान के उदयपुर में होने वाले कांग्रेस के नव संकल्प शिविर से पहले पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sachin Pilot on Congress chintan shivir) ने कहा है कि कांग्रेस ने हम जैसे युवा नेताओं को अग्रिम पंक्ति में आने का मौका दिया है. उन्होंने कहा कि चिंतन शिविर में युवा नेताओं को बुलाकर पार्टी ने बड़ा संदेश दिया है.

Sachin Pilot on Congress chintan shivir
चिंतन शिविर पर बोले पायलट

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Published : May 12, 2022, 9:38 PM IST

जयपुर. राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने गुरुवार को नव संकल्प शिविर (Sachin Pilot on Congress chintan shivir) से ठीक पहले कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पहले भी हम जैसे युवाओं को अग्रिम पंक्ति में मौका दिया है. इस बार भी 40 की उम्र से कम वाले नेताओं को चिंतन शिविर में शामिल कर कांग्रेस पार्टी ने एक बड़ा मैसेज युवाओं के पक्ष में दिया है.

उन्होंने कहा कि इस संकल्प शिविर में सबसे प्रमुख मुद्दा पांच राज्यों के चुनाव हारने के बाद आगे के चुनाव जीतने के लिए रणनीति बनाने का होगा. पायलट ने कहा कि संकल्प शिविर पॉजिटिव सोच को लेकर कर रहे हैं. इसमे संगठनात्मक रिफार्म को लेकर हमारी जो समिति है वह चर्चा करेगी. पायलट ने कहा कि कांग्रेस संगठन में हमें लगता है कि कुछ तब्दीलियां करने की आवश्यकता है, उस पर भी हम काम करेंगे. हम सब यहां पर खुले मन को लेकर आए हैं.

चिंतन शिविर पर बोले पायलट

पढ़ें.Politics on Pilot Poster: चिंतन शिविर से पहले उपजा विवाद, पायलट के पोस्टर हटाने से कार्यकर्ता नाराज

सब जानते हैं कि 5 राज्यों में कांग्रेस का प्रदर्शन कुछ अच्छा नहीं रहा ,आने वाले समय में होने वाले चुनाव में कैसे हम विशेष फोकस करके उसे जीतें इस पर हमारा ज्यादा ध्यान होगा. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में अलग-अलग राय हो सकती है, लेकिन बात रखने की आजादी है, हालांकि भाजपा में तो पता नहीं कि निर्णय लेता कौन है?. पायलट ने कहा कि वर्तमान चुनौती को लेकर जो कुछ भी कांग्रेस पार्टी को करना होगा वह निर्णय हम लेंगे. पायलटने कहा कि 40 से कम उम्र के ज्यादा नेता यहां पहुंचेंगे तो साफ है कि यह युवाओं को आगे बढ़ाने वाला शिविर होगा. सोनिया गांधी ने हम जैसे लोगों को पहले भी कांग्रेस में अग्रिम पंक्ति में मौका दिया है और आगे भी यह परंपरा जारी रहेगी. राजस्थान में एक बार कांग्रेस एक बार भाजपा की जो परंपरा बनी हुई है उसको तोड़ना है.

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