गुरुग्राम: एक और राज्य में कांग्रेस की सरकार पर संकट के बादल छाए हुए हैं और एक बार फिर कारण है वही पुराना, दो दिग्गजों की अपनी-अपनी अपेक्षाएं जहां एक को गद्दी मिलने पर दूसरे का रुठना लाजमी है. मध्य प्रदेश के बाद अब ऐसा ही कुछ हो रहा है राजस्थान में जहां पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बिगुल बजा दिया है.
जयपुर में गहलोत, तो गुरुग्राम में पायलट बना रहे रणनीति
इस सियासी उठापटक में कोई भी किसी से कम नजर नहीं आ रहा. मुख्यमंत्री गहलोत जहां जयपुर में रणनीति बना रहे हैं तो वहीं सचिन पायलट मानेसर के आईटीसी भारत ग्रैंड होटल में अपनी बिसात बिछा रहे हैं. मुख्यमंत्री गहलोत ने मंगलवार को पायलट पर कांग्रेस आलाकमान द्वारा बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें जहां उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद से बर्खास्त करवा दिया तो वहीं पायलट ने भी गहलोत सरकार के अल्पमत में होने का दावा ठोक दिया है.
कांग्रेस के एक्शन पर पायलट का ट्वीट
राजस्थान में उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद सचिन पायलट ने मंगलवार को कहा कि सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं. इसके साथ ही उन्होंने अपने ट्विटर प्रोफाइल से उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का उल्लेख हटा दिया. अब उनके प्रोफाइल में उनके विधायक (टोंक) और पूर्व केंद्रीय मंत्री होने तथा कांग्रेस के वेबसाइट लिंक का उल्लेख है. कांग्रेस आलाकमान के निर्णय के बाद उन्होंने ट्वीट किया, 'सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं.'
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गुरुग्राम के होटल में बन रही है बड़ी रणनीति
इस पूरे प्रकरण के बीच सचिन पायलट द्वारा मानेसर के आईटीसी भारत ग्रैंड होटल में एक बड़ी रणनीति बनाई जा रही है, जिसकी भनक शायद किसी को भी नहीं है. सूत्रों के अनुसार सचिन पायलट इस होटल में अब तक दो बार विधायकों से मुलाकात कर चुके हैं. सबसे पहले बीते शनिवार को जब पायलट विधायकों के साथ इस होटल में आए थे तो रात को विधायकों के साथ बैठक की थी.
बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता के साथ भी देखे गए पायलट
राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि पहली बैठक के बाद बीते दिन यानि सोमवार को भी सचिन पायलट इस होटल में आए थे. जहां शाम को 4 बजे के आसपास होटल के गोल्फ एरिया में एक बार फिर विधायकों के साथ पायलट ने बैठक की. ये बैठक करीब आधे घंटे तक चली. सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में पायलट समर्थक कुल 24 विधायक मौजूद थे. वहीं सबसे बड़ी बात जो सूत्र बता रहे हैं वो ये है कि सचिन पायलट के साथ बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता भी होटल में आए थे.
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विधायकों को किसी से भी बात करने की इजाजत नहीं
वहीं ये भी बताया जा रहा है कि जितने भी विधायक इस होटल में ठहरे हैं उन सभी के फोन उनके स्टाफ के लोगों को दिए गए हैं और विधायकों को किसी से भी बात करने की इजाजत नहीं है. जाहिर सी बात है कि ऐसे समय में ये इजाजत दी भी कहां जाती है. वहीं इसी बीच ये भी पता चला है कि सचिन पायलट अपना अगला दांव खेलने से पहले एक बार फिर आज रात इस होटल में आ सकते हैं.
क्या होगा पायलट का अगला दांव ?
खैर राजस्थान में जारी इस सियासी घटनाक्रम में मंगलवार को जयपुर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा पायलट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई का दांव चलने के बाद अब सबकी नजरें गुरुग्राम के मानेसर में स्थित आईटीसी ग्रैंड भारत होटल पर टिकी हैं और सब इसी इंतजार में हैं कि सचिन पायलट यहां कब आते हैं और उनका अगला दांव क्या होने वाला है.