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कृषि कानूनों पर SC की टिप्पणी महत्वपूर्ण और मार्मिक, अंतिम फैसले पर टिकी सबकी निगाहें : सचिन पायलट

सितंबर महीने में लाए गए कृषि कानूनों की वैधता को कोर्ट में चुनौती देते हुए कई याचिकाएं डाली गई हैं, इस पर सुनवाई हुई है. कोर्ट ने सोमवार को सुनवाई के दौरान कहा था कि केंद्र को इन कानूनों को होल्ड पर रखना चाहिए, वरना कोर्ट खुद इन पर रोक लगा देगी. इसको लेकर राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम ने बयान दिया है.

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Published : Jan 12, 2021, 12:38 PM IST

Updated : Jan 12, 2021, 12:53 PM IST

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'अंतिम फैसले पर टिकी सबकी निगाहें'

जयपुर.सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हर किसी को इंतजार है कि किसानों को लेकर वह क्या निर्णय देती है. लेकिन इससे पहले राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने किसानों के लिए मार्मिक टिप्पणी की है, जिसका हर कोई स्वागत करता है.

'अंतिम फैसले पर टिकी सबकी निगाहें'

पायलट ने कहा कि अभी अंतिम निर्णय का इंतजार है, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जो बात कही है. वही बात कांग्रेस पार्टी दो महीने से लगातार कह रही है कि यह कानून जल्दबाजी में जबरदस्ती बनाए गए हैं, जिनके परिणाम नकारात्मक आएंगे. अब इस बात की पुष्टि भी एक तरीके से सुप्रीम कोर्ट ने कर दी है. उन्होंने कहा कि जो गलती मोदी सरकार ने की है. संभव है कि उसे सुप्रीम कोर्ट सही करे.

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उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पहले ही कह रही थी कि यह कानून आत्मघाती साबित होंगे और सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी साफ करती है कि बिना चर्चा के और बिना संवाद के जो संसद में बिल पास करवाए गए थे। लेकिन अभी इस बात का इंतजार करना होगा कि अगर सुप्रीम कोर्ट कोई निर्णय देती भी है तो सरकार का उस पर क्या रुख रहता है.

बता दें कि कृषि कानूनों पर सरकार और किसान संगठनों के बीच चल रही खींचतान के बीच मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट इन कानूनों की वैधता को लेकर डाली गई याचिकाओं पर अपना आदेश सुनाने वाला है. सितंबर में लाए गए इन कानूनों की वैधता को कोर्ट में चुनौती देते हुए कई याचिकाएं डाली गई हैं, जिन पर सुनवाई हुई है. कोर्ट ने सोमवार को सुनवाई के दौरान केंद्र को कड़ी फटकार भी लगाई थी.

Last Updated : Jan 12, 2021, 12:53 PM IST

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