बुलंदशहर/जयपुर.कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने जमकर बीजेपी सरकार पर हमला बोला. इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की नीति और नियत दोनों खराब है. सरकार के कृषि कानून का विरोध करते हुए कहा कि सरकार को किसान से कोई सरोकार नहीं है.
'यूपी में कानून व्यवस्था बची ही नहीं' पायलट ने कहा कि किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है. सरकार में न ही तो कोई किसान नेता है और न ही किसानों से इस सरकार का कोई सरोकार है. इस वजह से किसानों की समस्याओं से इनका कोई लेना-देना भी नहीं है. उन्होंने कहा कि यूपी में पुलिस-प्रशासन राजनीतिक आकाओं के आदेश पर काम कर रही है. कानून व्यवस्था बची ही नहीं है.
यह भी पढ़ें:गुर्जर आंदोलन की आग: गहलोत सरकार गुर्जर बाहुल्य जिलों में रासुका लगाने की तैयारी में
केंद्र और प्रदेश सरकार पर बोला हमला...
सचिन पायलट ने कहा कि प्रदेश और केंद्र की सरकार में किसान की पैरवी करने वाला कोई नेता बैठा ही नहीं है. जनसभा में उपस्थित मतदाताओं से संवाद स्थापित करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि सत्ता के पुजारी वोट लेकर चले जाते हैं. मगर किसानों के हितों की वकालत करने वाला कोई भी केंद्र सरकार में मौजूद नहीं है और न ही यूपी सरकार में. देश और प्रदेश को कोई बाहर से आकर नहीं बदलेगा, बल्कि हमें खुद अपना भविष्य तय करना होगा.
कांग्रेस शासित राज्यों में बनाए जा रहे बेहतर कृषि कानून...
पायलट ने कहा कि किसान की बात रखने में उन्होंने कभी कोई संकोच नहीं किया, चाहे सरकार हो या पार्टी. पत्रकारों से बात करते हुए सचिन पायलट ने सरकार पर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून किसान की कमर तोड़ देंगे. उन्होंने कहा कि देश में 87 प्रतिशत लघु किसान हैं, जिन्हें इन विधेयकों से रोटियों के लाले पड़ जाएंगे. उन्होंने कहा कि जिन भी राज्यों में कांग्रेस सरकार है. वहां किसानों को इन विधेयकों से बचाने के लिए रणनीति तैयार की जा रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों में ऐसे कानून बनाए जा रहे हैं, ताकि किसानों को लाभ हो सके.
यह भी पढ़ें:गुर्जर आरक्षण आंदोलन: 41 सदस्यीय प्रतिनधि मंडल सरकार से इन मांगों पर करेगी वार्ता, देर रात तक जयपुर पहुंचने की उम्मीद
केंद्र और यूपी सरकार की नीति और नियत में बताया खोट...
पायलट ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की नीयत और नीति दोनों खराब हैं. प्रदेश सरकार यह स्वीकार करे कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज है ही नहीं और न महिला उत्पीड़न के मामलों में और अपराध पर नियंत्रण करने के मामले में उत्तर प्रदेश नंबर वन पर है. बता दें कि बुलन्दशहर में 3 नवंबर को सदर विधानसभा सीट पर मतदान होना है. उससे पहले तमाम प्रत्याशी अपनी-अपनी दावेदारी को लेकर क्षेत्रवार उन नेताओं की सभा करा रहे हैं. जहां जिस बिरादरी के लोग अधिक हैं.