जयपुर. कोटा के जेके लोन अस्पताल में हुई बच्चों की मौत के मामले मैं बुधवार को विधानसभा के प्रश्नकाल में जमकर हंगामा हुआ. भाजपा विधायकों ने वेल में पहुंच कर सरकार और चिकित्सा मंत्री के खिलाफ नारेबाजी भी की.
जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत के सवाल पर विधानसभा में मचा बवाल दरअसल भाजपा विधायक मदन दिलावर के लगाए प्रश्न के जवाब में जब चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने सरकारी अस्पतालों में हुई मौत के मामले में पिछले 5 साल के आंकड़े गिनाना शुरू किया तो भाजपा विधायक नाराज हो गए और हंगामा करने लगे. इससे पहले अपने जवाब में रघु शर्मा ने बताया कि 1 दिसंबर 2019 से 30 जनवरी 2020 तक कोटा के जेके लोन अस्पताल में 135 बच्चों की मौत हुई. शर्मा ने कहा कि यह केवल राजस्थान ही नहीं पूरे देश की समस्या है.
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रघु शर्मा ने इस मामले में केंद्र के जांच दलों की कोई भी रिपोर्ट नहीं मिलने की बात भी कही. साथ ही यह भी कहा कि बच्चों की मौत के मामले में सियासत नहीं करनी चाहिए. इस दौरान मंत्री के जवाब पर असंतुष्टी जताते हुए भाजपा विधायक वेल में आ गए और सरकार के खिलाफ नारे लगाने लगे. लेकिन स्पीकर ने अगले पृष्ठ की संख्या पुकार दी.
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इस बीच यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल भी खड़े हो गए और उन्होंने कहा कि मैं भी कोटा शहर से आता हूं मुझे बोलने दीजिए. जब इजाजत नहीं मिली तो धारीवाल ने प्रतिपक्ष नेता राजेंद्र राठौड़ की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आप ना भूलें कि आपने भी पूर्व में कहा था मैं चिकित्सा मंत्री हूं और मैं शर्मिंदा हूं.
वहीं, जेके लोन अस्पताल से जुड़ा मूल प्रश्न करने वाले विधायक मदन दिलावर के अनुसार चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ना केवल झूठे हैं बल्कि पूरी तरह विफल भी हैं. प्रश्नकाल हंगामे के बीच कुछ सवालों के जवाब भी दिए गए लेकिन हंगामे के बीच ना तो सवाल पूछने वालो को मंत्री का जवाब सही तरीके से मिल पाया और ना ही कोई अन्य प्रश्न पूछ पाया.