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SMS अस्पताल में मरीज की मौत के बाद हंगामा...परिजनों का पुलिस पर गंभीर आरोप - Family uproar in Jaipur

जयपुर में बीते 7 अक्टूबर से एक व्यक्ति लापता हो गया था, जिसे लेकर परिजनों ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. इसी बीच सोमवार को पुलिस ने परिजनों को बेटे की मौत की सूचना दी. जिसके बाद परिजन भड़क गए और जमकर बवाल किया. परिजनों ने एसएमएस अस्पताल के बाहर जमकर प्रदर्शन किया, साथ ही पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया.

जयपुर में परिजनों का हंगामा, Family uproar in Jaipur
जयपुर में परिजनों का हंगामा

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Published : Oct 26, 2020, 5:46 PM IST

जयपुर. शहर के सवाई मानसिंह अस्पताल में मृतक के परिजनों ने सोमवार को जमकर हंगामा किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. दरअसल, रविकांत नाम का एक व्यक्ति बीते 7 अक्टूबर से लापता था और परिजनों ने आदर्श नगर थाने में मामला भी दर्ज करवाया था. ऐसे में सोमवार को पुलिस ने परिजनों को बेटे की मौत की सूचना दी, जिसके बाद परिजन भड़क गए और जमकर बवाल किया.

जयपुर में परिजनों का हंगामा

मृतक के पिता का कहना है कि उनका बेटा 7 अक्टूबर से घर से लापता था और इस मामले में उन्होंने आदर्श नगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करवाई थी, लेकिन आज एकाएक पुलिस स्टेशन से उनक पास फोन आया और बताया गया कि उनके बेटे की मौत हो चुकी है. वहीं, शव सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है.

ऐसे में परिजन सवाई मानसिंह अस्पताल की मोर्चरी में पहुंचे और हंगामा भी किया. परिजनों ने आदर्श नगर थाना पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों ने कहा कि पुलिस ने बताया कि उनके बेटे का 7 तारीख को तुंगा गांव में एक्सीडेंट हो गया था. जिसके बाद उसे सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया. ऐसे में एक अज्ञात के तौर पर उसका इलाज अस्पताल में चला, लेकिन दो दिन बाद उसने दम तोड़ दिया और ऐसे में पुलिस लंबे समय तक मृतक के परिजनों को नहीं ढूंढ पाई. परिजनों का कहना है कि यदि पुलिस सही समय पर पता लगाती तो शायद मृतक को सही इलाज मिल सकता था और उसकी जान बच सकती थी.

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पुलिस पर लगाए आरोप...

वहीं, मृतक के पिता ने आदर्श नगर थाना के पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके बेटे को ढूंढने के एवज में पुलिसकर्मियों ने उसे करीब 5000 लिए. वहीं परिजनों का यह भी कहना है कि जिस गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ था. उस गाड़ी के नंबर के आधार पर मृतक का पता लगाया जा सकता था, लेकिन परिजनों का कहना है कि पुलिस ने अपना काम सही नहीं किया.

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