जयपुर.देवर्षि नारद जयंती (Narada Jayanti patrakar samman samaroh in Jaipur) पत्रकार सम्मान समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर जयपुर पहुंचे. यहां उन्होंने देश में ज्ञानवापी पर छिड़ी बहस पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि कुछ लोग अभी भी मानते हैं कि औरंगजेब अच्छा व्यक्ति था, जबकि औरंगजेब ने खुद को तुर्क घोषित किया था. वो स्वयं ही ये साबित नहीं कर पाया कि वो भारत का है.
आंबेकर ने कहा कि कोर्ट के आदेश पर काशी के ज्ञानवापी परिसर में कुछ दिन से सर्वेक्षण चल रहा है. ऐसे में देश को ये बात समझनी चाहिए कि यदि कोई विदेशी हमारे लिए अपना नहीं हो सकता. हम भले ही वसुदेव कुटुंबकम वाले हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि कोई घर में घुसकर हमारे ही अस्मिता और आदर को तोड़ दे. प्यार का रिश्ता है, प्यार से ही बढ़ता है. इस दृष्टि से आज पूरे देश में जागरण की आवश्यकता है.
नारद जयंती पत्रकार सम्मान समारोह में सुनील आंबेकर पढ़ें. स्वस्थ लोकतंत्र के लिए पत्रकारिता की ताकत का बना रहना बेहद जरूरी : अशोक चांदना
उन्होंने कहा कि देश का चरित्र क्या हो, देश कैसा हो इस पर चर्चा का ये सही अवसर है. क्योंकि स्वाधीनता आंदोलन के समय भी ये बात चल रही थी. राष्ट्र हजारों वर्षों की साधना से बनी है. इतिहास को जाने बिना भविष्य नहीं बनाया जा सकता. इस दौरान आंबेकर ने पत्रकारिता के गुणों को उजागर करते हुए कहा कि सत्य सामने आना चाहिए, सत्य छुपाना नहीं चाहिए. वहीं समाज में बहुत ही अच्छी बातें भी हो रही हैं, उन पॉजिटिव बातों को भी सामने लाना चाहिए. किसी के दबाव में आए बिना बातों को सामने रखना चाहिए. राजनीति और दूसरे इंटरेस्ट में न आते हुए पत्रकारिता को शुद्ध रूप में सामने आना चाहिए. क्योंकि स्वाधीनता आंदोलन में पत्रकारिता को देखें, तो उसने पूरे देश का जागरण किया था. स्वाधीनता के लिए लोगों को तैयार किया था. यही पवित्रता आज की आवश्यकता है. जिसको सभी को ध्यान देना चाहिए.
ईटीवी भारत के संवादाता विनय पंत को भी सम्मानित किया गया विश्व संवाद केंद्र की ओर से आयोजित देवर्षि नारद जयंती पत्रकार सम्मान समारोह में ईटीवी भारत के संवादाता विनय पंत को भी सम्मानित किया गया. इनके अलावा एक न्यूज़पेपर के कार्टूनिस्ट चंद्रशेखर हाडा और एक अन्य न्यूज़ चैनल के संवाददाता आशीष चौहान को भी सम्मानित किया गया. कार्यक्रम के दौरान देवर्षि नारद की महिमा का गुणगान करते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ. वहीं कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण चंद्र छाबड़ा ने अपने अनुभव भी साझा किए.