जयपुर. राजधानी जयपुर की गलता गेट थाना पुलिस ने शुक्रवार को आटा व्यापारी के घर में हुई डकैती के मामले (Robbery at Flour Trader house in Jaipur) में मुख्य आरोपी के सहयोगी पंकज उर्फ अमित को गिरफ्तार किया है. डकैती के मामले में पुलिस एक महिला समेत आठ आरोपियों को पहले गिरफ्तार कर चुकी है. बदमाशों ने 24 अगस्त को आटा व्यापारी के घर में डकैती की वारदात को अंजाम दिया था.
डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख के मुताबिक पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपी ड्राइवर है. उसे दिल्ली से जयपुर आने वाली हाईवे का अच्छी तरह से जानकारी है. साथ ही वाहन को बिना टोल टैक्स के कैसे गुजारने है, उसे उन रास्तों की भी जानकारी है. आरोपी पंकज ने मुख्य आरोपी जोगेंद्र उर्फ जोगा को दिल्ली में करीब 2 साल से फ्लैट किराए पर दिला रखा था. डकैती की वारदात करने से करीब ढाई महीने पहले मुख्य आरोपी जोगेंद्र उर्फ जोगा की बताई योजना के अनुसार उसने मालवीय नगर में मकान किराए पर लिया था. वो लगातार मुख्य आरोपी के संपर्क में था. 22 अगस्त को मुख्य आरोपी जोगेंद्र उर्फ जोगा दिल्ली से गाड़ी चुराकर लाया जिसे पंकज उर्फ अमित दिल्ली से मनोहरपुर तक टोल टैक्स से बचाते हुए अन्य रास्तों से लेकर आया था. जिसके बाद वो वापस दिल्ली चला गया था.
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बता दें कि 24 अगस्त को गलता गेट इलाके में बदमाशों ने आटा व्यापारी के घर में डकैती की वारदात (Accused arrested of Robbing Trader House) को अंजाम दिया था. बदमाशों ने खुद को इनकम टैक्स अधिकारी बताकर आटा व्यापारी के घर में घुसकर पिस्टल की नोक पर पूरे परिवार को बंधक बनाया. बदमाश करीब 50 लाख रुपये से ज्यादा की नकदी, 1.5 किलो सोने के जेवरात लूट कर फरार हो गए थे. पीड़ित व्यापारी सत्यनारायण तांबी ने थाने में मामला दर्ज करवाया था. सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी सहायता के आधार पर बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की गई है.
डकैती की वारदात को अंजाम देने के मामले में गलता गेट थाना पुलिस 8 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. आरोपियों के कब्जे से करीब 9 लाख रुपए लूट की राशि बरामद की गई. गैंग ने वारदात को अंजाम देने से पहले रेकी करवाई थी. गैंग के सदस्य वसीम ने बिजली के काम के लिए व्यापारी के घर में प्रवेश किया और रेकी की थी. इसके बाद दिल्ली में बैठे गैंग के सरगना संजय को इसकी जानकारी दी गई. जानकारी के आधार पर संजय ने जयपुर और दिल्ली में गैंग के अन्य सदस्यों को वारदात के लिए तैयार किया. दिल्ली से वारदात के लिए एक कार चोरी की गई. ऑनलाइन साइट के जरिए मिले नंबर के आधार पर चोरी की कार के राजस्थान के नंबर लगाए गए और वारदात को अंजाम देकर दिल्ली फरार हो गए थे.
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वारदात के बाद पुलिस टीमों ने इलाके में लगे तमाम सीसीटीवी कैमरें खंगाले और उस व्यक्ति के पास पहुंची, जहां कुछ समय पहले इस गैंग ने सदस्यों ने शरण ली थी. इसके अलावा जयपुर में किराए का मकान लेकर इस गैंग के सदस्य वारदात को अंजाम देने के लिए रुके थे. उस मकान मालिक से पूछताछ के बाद पुलिस ने दिल्ली में डेरा जमाया और गैंग से जुड़े सभी बदमाशों को दबोच लिया. पुलिस ने इस गैंग से सरगना संजय पांचाल, रेहान, अमन सिंह, अशोक कुमार, निशा, मुज़फ्फर और वसीम को गिरफ्तार कर करीब 9 लाख रुपए की नकदी और ज्वैलरी के साथ ही वारदात में प्रयुक्त कार को बरामद किया था. बदमाशों के खिलाफ इससे पहले भी कई आपराधिक प्रकरण दर्ज है.