जयपुर.राजस्थान में जल्द ही इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन और इंस्टीट्यूट आफ वायरोलॉजी की स्थापना होगी. दोनों इंस्टिट्यूट राष्ट्रीय स्तर के होंगे. जहां संक्रमित रोगों की पहचान और उनका इलाज संभव हो सकेगा. देखिये ये खास रिपोर्ट...
प्रदेश में स्थापित होंगी खतरनाक संक्रमणों पर रिसर्च के लिए लैब दोनों इंस्टिट्यूट के लिए बजट का प्रावधान भी किया जा चुका है. दोनों इंस्टिट्यूट सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के अधीन बनाए जाएंगे. एसएमएस मेडिकल कॉलेज के अलावा अजमेर, जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर और कोटा मेडिकल कॉलेज में भी ट्रॉपिकल मेडिकल सेंटर बनाए जाएंगे. इन सभी मेडिकल कॉलेजों के लिए 30-30 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिल चुकी है.
एसएमएस अस्पताल में बनेंगे राष्ट्रीय स्तर के दो इंस्टिट्यूट खतरनाक संक्रमण की होगी जांच, इलाज भी
इन सेंटर्स में कोविड-19, इबोला, स्वाइन फ्लू जैसे जानलेवा वायरस पर रिसर्च किया जाएगा. फिलहाल इन सेंटर्स की शुरूआत एसएमएस मेडिकल कॉलेज से होगी. मामले को लेकर सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ सुधीर भंडारी का कहना है कि जब इंस्टीट्यूट आफ ट्रॉपिकल मेडिसिन सेंटर तैयार हो जाएगा तो इंफेक्शन से जुड़े मरीजों का इलाज एक प्रोटोकॉल के तहत हो सकेगा. साथ ही अन्य मरीजों से भी उन्हें अलग रखा जा सकेगा ताकि इंफेक्शन अन्य मरीजों में नहीं फैल सके.
संक्रमण की जांच और इलाज के लिए होगा इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी लैब पढ़ें-सीएम अशोक गहलोत ने लगवाई कोरोना वैक्सीन, कहा- राजस्थान ने वैक्सीन लगवाने में रचा इतिहास
चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया ने कहा कि कोविड-19 से पहले स्वाइन फ्लू के मरीज सामने आ रहे थे और यह दोनों बीमारियां ही संक्रमण के कारण फैल रही थीं. ऐसे में इस तरह के इनफेक्शियस डिजीज इलाज को लेकर एक अलग से सेंटर की जरूरत महसूस होने लगी. वैभव गालरिया ने कहा कि वायरोलॉजी लैब की स्थापना भी प्रदेश में की जाएगी ताकि संक्रमित बीमारियों पर रिसर्च की जा सके.
जयपुर में होगा इंस्टिट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल सेंटर चिकित्सा के बजट में बढ़ोतरी
हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य का बजट पेश किया. कोविड-19 महामारी को देखते हुए प्रदेश के मेडिकल बजट में करीब 22 फीसदी की बढ़ोतरी भी की है. ऐसे में जिस तरह से कोविड-19 संक्रमण के कारण चिकित्सकीय व्यवस्थाएं काफी प्रभावित हुई उसे देखते हुए चिकित्सकीय बजट में बढ़ोतरी की गई है ताकि भविष्य में इस तरह की महामारी का सामना करना पड़े तो किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो.
इंस्टिट्यूट के लिए फाइनेंस कमीशन का अप्रूवल मिला प्रदेश में बनने वाले इन दोनों राष्ट्रीय स्तर के इंस्टिट्यूट को फाइनेंस कमिशन की अप्रूवल भी मिल चुकी है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही मरीजों को बेहतर इलाज की सौगात मिल सकेगी.