जयपुर.प्रदेश के 20 जिलों के 90 निकाय प्रमुख के चुनाव परिणाम सामने आने के बाद अब राजनीतिक दलों में जिन्हें इन निकायों का प्रभार सौंपा गया था. उनकी परफॉर्मेंस रिपोर्ट तैयार हो रही है. भाजपा की बात की जाए तो 90 निकायों में 129 प्रभारियों को संगठन स्तर पर तैनात किया गया था. जिनमें से 51 नेता ही बतौर प्रभारी पार्टी की लाज बचा पाए. जबकि 78 चुनाव प्रभारी इस परीक्षा में फेल साबित हुए. देखिये यह रिपोर्ट...
90 निकायों में भाजपा के चुनाव प्रभारियों का रिपोर्ट कार्ड दरअसल प्रदेश भाजपा ने इस बार सभी 90 निकायों में चुनाव की दृष्टि से अलग-अलग प्रभारी तैनात किए थे. कुछ निकायों में दो प्रभारी भी लगाए गए. इनमें पार्षद से लेकर विधायक, पूर्व मंत्री और मौजूदा सांसद तक को जिम्मेदारियां दी गई. लेकिन जब निकाय प्रमुख का चुनाव परिणाम सामने आया तो कईयों के खोखले संगठनात्मक कौशल की तस्वीर सबके सामने आ गई.
मौजूदा निकाय प्रमुख चुनाव परिणाम में 90 में से बीजेपी के खाते में महज 37 बोर्ड ही आ पाए. चुनावी रणनीति के तौर पर पहले ही तैनात यह गए भाजपा के इन प्रभारियों में से 78 नेता ऐसे रहे जिनका संगठनात्मक कौशल मौजूदा चुनाव में सबके सामने आ गया. मतलब यहां भाजपा का कमल नहीं खिल पाया. निकाय चुनाव की इस परीक्षा में फेल होने वाले बीजेपी के ये निकाय प्रभारी इस प्रकार हैं.
भाजपा के ये निकाय प्रभारी परीक्षा में हुए फेल
राजसमंद नगर परिषद में भाजपा विधायक और प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर और मनोहर चौधरी बीजेपी को जीत दिलाने में नाकाम रहे. जबकि कुछ दिनों पहले राजसमंद में हुए पंचायत राज चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस को चारों खाने चित किए थे. नागौर नगर परिषद में भाजपा सांसद राजेंद्र गहलोत और बीजेपी नेता राम प्रकाश चौधरी के संगठनात्मक कौशल की हवा निकल गई. यहां भी भाजपा का कमल नहीं मिल पाया. वहीं बूंदी नगर परिषद में पूर्व विधायक हीरालाल नागर और बीजेपी नेता विवेक राजवंशी भी फेल ही साबित हुए.
नगर पालिकाओं में ये प्रभारी रहे फेल
- रींगस में विधायक और प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा और पूर्व पार्षद नवरत्न नारानियां
- नोखा में पूर्व विधायक भैराराम सियोल
- देशनोक में जगबीर सिंह और जितेंद्र राजवी
- संगरिया में विधायक सुमित गोदारा
- नोहर में महावीर राका
- भादरा में रामप्रताप कासनिया
- रावतसर में भूपेंद्र शर्मा
- पीलीबंगा में विधायक बलवीर लूथरा और राजन तनेजा
- सुजानगढ़ में गुमान सिंह
- रतनगढ़ में सत्यप्रकाश आचार्य और भागीरथ मुंड
- सरदार शहर में पूर्व मंत्री सुरेंद्र पाल टीटी और मोहन पूनिया
- तारानगर में मोहन सुराणा राजलदेसर में महेश पेडीवाल
- खेतड़ी में मुकेश गोयल
- उदयपुरवाटी में ताराचंद धायल
- मंडावा में बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रणजीत सिंह सोडाला
- चिड़ावा में युवा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष भूपेंद्र सैनी
- नवलगढ़ में प्रभु सिंह
- मुकुंदगढ़ में भाजपा पैनलिस्ट अमित गोयल
- फतेहपुर शेखावाटी में विशंभर पूनिया और विकास शर्मा
- लक्ष्मणगढ़ में सीताराम लोरिया
- रामगढ़ शेखावाटी में हेम सिंह शेखावत
- देवली में पूर्व प्रदेश महामंत्री वीरमदेव सिंह व धर्मा डागा
- उनियारा में वीरेंद्र शर्मा और अनमोल तोमर
- गुलाबपुरा में भूपेंद्र सिंह
- सांचौर में पब्बाराम विश्नोई और जोगेंद्र सिंह राजपुरोहित
- भिंडर में इंदर मल सेठिया और रघु शर्मा
- सलूंबर में गजेंद्र सिंह चौहान व लाभ चंद पटेल
- छोटी सादड़ी में मिट्ठू लाल जाट और मुकेश रावत
- खंडेला में पंकज मीणा और भवानी सिंह राजावत
- लोसल में पूर्व महापौर पंकज जोशी
- केकड़ी में जयपुर महापौर सौम्या गुर्जर के पति राजा राम गुर्जर
- सरवाड़ में सत्यनारायण चौधरी
- मेड़ता सिटी में महेंद्र बोहरा
- डेगाना में के के विश्नोई
- उचेहरा में जगत नारायण जोशी
- लाडनूं में बी पी सारस्वत
- कुचामन सिटी में पार्षद महेंद्र ढले व दिग्विजय सिंह
- बड़ी सादड़ी में खूबी लाल पालीवाल रामलाल चौधरी
- बेगू में आनंदगढ़ और ललित शर्मा
- सागवाड़ा में सुंदर भाणावत और वेलजी पाटीदार
- भवानी मंडी में कालू लाल जांगिड़
- अकलेरा में गणेश माहूर
- केशोरायपाटन में योगेंद्र खींची और मुकेश विजय
- लाखेरी में चेन सिंह राठौड़ और विकास शर्मा
- इंदरगढ़ में योगेंद्र नंदवाना लक्ष्मण सिंह खींची
- कापरेन में संदीप शर्मा
- नैनवा में संजीव बनावट व निर्मल मालव बीजेपी का कमल खिलाने में फिसड्डी रहे.
51 नेता बतौर प्रभारी हुए परीक्षा में पास
- अजमेर नगर निगम में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी और विधायक डॉ अशोक लाहोटी
- किशनगढ़ नगर परिषद में जयपुर उपमहापौर पुनीत कर्नावट
- झालावाड़ नगर परिषद में जयवीर सिंह
- डूंगरपुर नगर परिषद में ताराचंद जैन और नरेंद्र वैष्णव
- भीलवाड़ा नगर परिषद में पूर्व सांसद नारायण पंचारिया
- प्रतापगढ़ नगर परिषद में पूर्व मंत्री श्री चंद कृपलानी और भाजपा नेता हर्षवर्धन सिंह
नगरपालिका में संगठनात्मक कौशल से जीत दिलाने वाले नेता
- श्रीडूंगरगढ़ में पूर्व विधायक अशोक नागपाल
- रतन नगर में बसंत शर्मा
- बिदासर में प्रदीप खिंचड़
- छापर में कविइंद्र सिंह शेखावत
- बगड़ में कमल सिखवाल
- सूरजगढ़ में ओम प्रकाश यादव
- मालपुरा में भाजपा प्रदेश मंत्री महेंद्र यादव
- टोडारायसिंह में प्रदेश मंत्री जितेंद्र गोठवाल
- निवाई में मनोज चौधरी
- शाहपुरा में विधायक चंद्रभान आक्या
- जहाजपुर में गणेश माहूर
- मांडलगढ़ में जटाशंकर शर्मा
- आसींद में कमलेश पुरोहित और ज्ञानेश्वर व्यास
- पोकरण में रूप सिंह राठौड़ और नथमल पालीवाल
- बाली में महेंद्र सिंह राठौड़
- फालना स्टेशन में सावलाराम देवासी
- रानी खुर्द में अतुल भंसाली और पवन आसोपा
- जैतारण में पूर्व विधायक बाबू सिंह राठौड़
- तख्तगढ़ में महापौर विनीता सेठ और हेमंत पुरोहित
- सोजत में राजेंद्र बोराणा और खेताराम प्रजापत
- सादड़ी में घनश्याम ओझा और महेंद्र नैण
- फतहनगर में चंद्र सिंह कोठारी और श्रवण सिंह राव भाजपा को जीत दिलाने में सफल रहे.
ये प्रभारी भी रहे सफल
- श्रीमाधोपुर में मनीष पारीक और आनंद शर्मा
- विजय नगर में पूर्व विधायक अजीत मेहता
- नावा में कमल पाठक और बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री राजेश गुर्जर
- परबतसर में पूनाराम चौधरी
- देवगढ़ में नंदलाल सिंदरी और प्रेम सिंह शक्तावत
- कपासन में पूर्व विधायक अशोक नवलखा
- कुशलगढ़ में मनोहर पटेल और राजेंद्र पांचाल
- झालरापाटन में प्रमोद मीणा और कमलेंद्र सिंह हाडा
- चिड़ावा में प्रहलाद पवार अपने संगठनात्मक कौशल से बीजेपी का कमल खिलाने में सफल रहे.