जयपुर.प्रदेश में शहरी रोजगार योजना के तहत अब तक 3 लाख से अधिक परिवारों ने पंजीकरण कराया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि हर हाथ रोजगार की संकल्पना साकार हो रही है. उन्होंने कहा कि देश की पहली सबसे बड़ी शहरी रोजगार गारंटी योजना राजस्थान में शुरू हुई है. साथ ही सीएम ने प्रमुख धार्मिक स्थलों पर भी इंदिरा रसोइयों के संचालन की संभावनाओं पर विचार करने के निर्देश दिए हैं.
8 रुपए में पौष्टिक भोजन:मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना शहरी बेरोजगारों के लिए वरदान साबित हो रही है. इस योजना के माध्यम से शहरों में रह रहे बेरोजगारों के लिए आजीविका के साधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं. साथ ही इंदिरा रसोई योजना के माध्यम से गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को मात्र 8 रुपए में पौष्टिक भोजन सम्मान के साथ परोसा जा रहा है. इस तरह की योजनाओं से प्रदेश में बेरोजगारी एवं महंगाई पर एक साथ प्रहार किया जा रहा है.
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800 करोड़ का बजट: सीएम गहलोत ने मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में इंदिरा गांधी शहरी रोजगार योजना, इंदिरा रसोई योजना सहित विभिन्न शहरी योजनाओं की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि 800 करोड़ रुपए के बजट से संचालित इंदिरा गांधी शहरी रोजगार योजना में अब तक शहरी क्षेत्र के 3.02 लाख से अधिक परिवारों ने योजना के अन्तर्गत पंजीकरण करवाया है. इस पखवाड़े में लगभग 66 हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है.
योजना के अंतर्गत प्रदेशभर में 6905 स्वीकृत कार्यों में से 2175 कार्य प्रगतिरत हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना में स्वच्छता संबंधी कार्यों को प्राथमिकता देने के साथ ही पर्यावरण व जल संरक्षण कार्य, ठोस कचरा प्रबंधन कार्य, अतिक्रमण एवं अवैध बोर्ड/होर्डिंग्स हटाने का कार्य, हैरिटेज संरक्षण आदि कार्य किए जा रहे हैं. योजना में लाभार्थी परिवार को 100 दिन का रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है.