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रीट पेपर लीक : मामले का खुलासा करने के लिए 7 दिन का अल्टीमेटम, 14 अक्टूबर से आमरण अनशन का एलान - protest in jaipur

राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट-2021) पेपर लीक मामले में कई सवालों से अभी पर्दा उठना बाकि है. ऐसे में बेरोजगारों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है. इस पूरे मामले का खुलासा करने के लिए राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने सरकार को सात दिन का अल्टीमेटम देते हुए 14 अक्टूबर से आमरण अनशन पर बैठने का एलान किया है.

reet exam 2021
सात दिन का अल्टीमेटम

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Published : Oct 6, 2021, 1:30 PM IST

Updated : Oct 6, 2021, 10:25 PM IST

जयपुर. राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट-2021) पेपर लीक मामले में कई सवालों से अभी पर्दा उठना बाकि है. ऐसे में बेरोजगारों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है. इस पूरे मामले का खुलासा करने के लिए राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने सरकार को सात दिन का अल्टीमेटम देते हुए 14 अक्टूबर से आमरण अनशन पर बैठने का एलान किया है.

आज बुधवार को उपेन यादव ने बयान जारी कर कहा कि उन्होंने पिछले 9 साल से युवा बेरोजगारों के लिए निस्वार्थ संघर्ष किया है और लाखों बेरोजगारों को इसका परिणाम भी मिला है. उनका कहना है कि सरकार किसी भी पार्टी की रही हो, बेरोजगारों हितों पर आंच आई वे कभी किसी सरकार के सामने झुके नहीं.

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वे बोले- भर्ती परीक्षाओं में फर्जीवाड़े, पेपर लीक और धांधलियों के मामले को दबाने नहीं दूंगा. अंतिम सांस तक लड़ाई लडूंगा. यदि सरकार ने 7 दिन के अंदर बत्तीलाल मीणा को नहीं पकड़ा और रीट व एसआई भर्ती में पेपर लीक का पर्दाफाश कर दोषियों को सजा नहीं दी तो वह 14 अक्टूबर से आमरण अनशन पर बैठेंगे.

नकल पेपर लीक पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कानून बनाने की मांग...

उपेन यादव का यह भी कहना है कि पेपर लीक और नकल के मामलों पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाने के लिए सख्त कानून की दरकार है. वे सरकार से इसके लिए एक सख्त कानून लाने की भी मांग कर रहे हैं. इसके साथ ही एसआई भर्ती और जेईएन भर्ती में हुई धांधलियों से पर्दा उठाकर बेरोजगारों को न्याय दिलाने, रीट में गड़बड़ियों के खिलाफ आवाज उठाने वाले बेरोजगारों पर दर्ज मुकदमें वापस लेने और परीक्षा से वंचित महिला अभ्यर्थियों को राहत दिलाना भी उनकी मांगों में शामिल है.

बेरोजगारों ने फावड़े लेकर किया प्रदर्शन

निष्पक्ष जांच करवाने और दोषियों को सख्त सजा दिलवाने व बेरोजगारों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बैनर तले युवाओं और बेरोजगारों ने प्रदर्शन किया.
इस प्रदर्शन में युवाओं ने फावड़े लेकर प्रदर्शन किया और भीख मांगी. इसके साथ ही हाथों में पैन थामकर और बेड़ियां बांधकर भी अपने गुस्से का इजहार किया है. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रदेश मंत्री होशियार मीना का कहना है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और शिक्षा मंत्री डोटासरा पारदर्शिता से परीक्षा करवाने का दावा कर रहे हैं. लेकिन वे खुद स्वीकार कर रहे हैं कि कुछ जगहों पर पेपर आउट हुए हैं. सरकार को रीट निरस्त करते हुए इसकी परीक्षा दुबारा करवानी चाहिए.

Last Updated : Oct 6, 2021, 10:25 PM IST

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