जयपुर. रीट पेपर लीक प्रकरण की जांच कर रही एसओजी ने शनिवार को 6 घंटे से भी अधिक समय तक रीट परीक्षा के जिला कोऑर्डिनेटर प्रदीप पाराशर से पूछताछ की. पूछताछ के दौरान पराशर ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. कुछ अन्य लोगों के नाम भी सामने आए हैं, जिनकी इस पूरे प्रकरण में क्या भूमिका है इसे लेकर एसओजी जांच करने में जुट गई है.
शनिवार को अजमेर से जयपुर आते वक्त बर्खास्त किए गए अजमेर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डीपी जारोली (D P Jaroli in REET Paper leak case) ने मीडिया को दिए बयान में कहा था कि शिक्षा संकुल में पेपर की सुरक्षा में जो प्राइवेट व्यक्ति तैनात किए गए, उन्हें वह नहीं जानते और उसकी पूरी जिम्मेदारी जिला कोऑर्डिनेटर प्रदीप पाराशर की है. यह बयान देकर जारोली ने खुद को सुरक्षित करना चाहा, लेकिन एसओजी की पूछताछ में पाराशर ने जारोली पर ही आरोप लगाए हैं कि उन्होंने ही रामकृपाल मीणा को शिक्षा संकुल में पेपर की सुरक्षा के लिए नियुक्त किया था.
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रामकृपाल मीणा को नियुक्त करने की आदेश ढूंढ रही एसओजी
अब एसओजी रामकृपाल मीणा को शिक्षा संकुल में नियुक्त किए जाने के आदेश को ढूंढने में जुट गई है. वहीं पूछताछ के दौरान यह बात भी सामने आई है कि रामकृपाल को नियुक्त करने का कोई भी लिखित आदेश जारोली ने जारी नहीं किया और उसे मौखिक आदेश पर ही शिक्षा संकुल में नियुक्त किया गया. जहां एक ओर जारोली द्वरा पाराशर पर रामकृपाल को नियुक्त करने के आरोप लगाए जा रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर अब पाराशर ने भी अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए रामकृपाल को नियुक्त करने का ठीकरा जारोली के सिर पर फोड़ा है. इसके साथ ही पाराशर ने इस पूरे प्रकरण की जांच में एसओजी को पूरा सहयोग करने की बात कही है. जिसे देखते हुए एसओजी रीट परीक्षा लीक प्रकरण में तमाम तथ्यों के आधार पर पराशर को सरकारी गवाह बना सकती है.
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सोमवार को हो सकती है जारोली से पूछताछ
पाराशर से हुई पूछताछ के दौरान जो तथ्य सामने आए हैं, उन्हें वेरीफाई करने के साथ ही क्रॉस क्वेश्चनिंग के लिए जारोली को सोमवार को एसओजी मुख्यालय बुलाने की तैयारियां पूरी कर ली गई है. शिक्षा संकुल के स्ट्रांग रूम से पेपर लीक करने वाला रामकृपाल स्वयं अपने दम पर पेपर लीक नहीं कर सकता और उस पर अवश्य ही किसी बड़े आदमी का हाथ है. इस बिंदु पर एसओजी की टीम गहन पड़ताल कर रही है. इसी सिलसिले में अब शक की सुई जारोली और बोर्ड के अन्य अधिकारियों की ओर घूम रही है. जिसे लेकर एसओजी तमाम तथ्यों को बटोरने में जुटी हुई है. अब तक इस पूरे प्रकरण में एसओजी 35 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जिसमें शिक्षा संकुल से पेपर लीक करने वाले व्यक्ति से लेकर पेपर प्राप्त करने वाले अभ्यर्थी तक शामिल हैं.