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Reet Exam 2022: देरी पर प्रवेश से वंचित रहे कई अभ्यर्थी, भड़के खाचरियवास, कहा-अधिकारियों की ड्यूटी नकल रोकने की...अभ्यर्थियों को नहीं - Entry denied due to late arrival

जयपुर शहर में बारिश के कारण रीट परीक्षार्थियों को काफी परेशानी का सामना करना (Reet examinees faced trouble due to rain) पड़ा. बारिश के कारण प्रथम लेवल व द्वितीय लेवल के समय पर कई अभ्यर्थी नहीं पहुंच पाए. इस पर उन्हें केंद्र में प्रवेश नहीं मिल सका. वहीं इस मामले में गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास भड़क गए हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारियों की ड्यूटी नकल रोकने की है ना कि अभ्यर्थियों को रोकने की.

Reet Exam 2022
प्रताप सिंह खाचरियावास

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Published : Jul 23, 2022, 11:03 PM IST

जयपुर. शहर में शनिवार को बारिश के चलते रीट परीक्षा केंद्रों पर कई अभ्यर्थी पहली पारी में तय समय सुबह 9:00 बजे और दूसरी पारी में दोपहर 2:00 बजे नहीं पहुंच (Reet examinees faced trouble due to rain) पाए. ऐसे अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में दाखिल नहीं होने दिया गया. इस पर कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने सवाल उठाते हुए उन अधिकारियों को आड़े हाथों लिया, जिन्होंने ये नियम बनाया. खाचरियावास ने दो टूक शब्दों में कहा कि अधिकारियों की ड्यूटी नकल रोकने की है ना कि अभ्यर्थियों को रोकने की. किस नियम के तहत अधिकारी ने एग्जाम टाइम से पहले अभ्यर्थियों को रोकने के निर्देश दिए.

खाचरियावास ने कहा कि रीट पात्रता परीक्षा में आज बड़ी गड़बड़ हुई. एग्जामिनेशन के रूल्स रेगुलेशन के अनुसार अभ्यर्थी को एक घंटा पहले बुला सकते हैं. लेकिन उसे 10:00 बजे से पहले एग्जाम सेंटर पर घुसने से नहीं रोक सकते. उस महान अधिकारी से जवाब लिया जाएगा, जिसने 9:00 बजे बाद अभ्यर्थी को एग्जाम सेंटर में दाखिल नहीं होने दिया. राजस्थान विश्वविद्यालय एग्जाम के आधे घंटे बाद तक भी परीक्षार्थी को अनुमति देता है. इसमें अभ्यर्थी का समय कम हो रहा है, अधिकारी को क्या तकलीफ हो रही है.

प्रताप सिंह खाचरियावास का बयान

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खाचरियावास बोले सीएम से करेंगे बातःउन्होंने कहा कि बरसात में दिक्कत हो गई. अधिकारी हैं कौन अभ्यर्थियों को रोकने वाले. इस संबंध में उन्होंने कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रधान सचिव कुलदीप रांका से भी बात की. खाचरियावास ने बताया कि उनके पास भी अभ्यर्थियों के फोन आए. कई परीक्षा केंद्रों के बाहर अभ्यर्थी रोते रहे. फिर भी उन्हें अनुमति नहीं दी. उन्होंने सवाल किया कि आखिर ये किस अधिकारी का आदेश था, इस संबंध में पहले शिक्षा मंत्री और फिर मुख्यमंत्री से बात की जाएगी. सवाल किया जाएगा कि ऐसा कौन अधिकारी है जिसे बरसात होती नहीं दिख रही. अधिकारियों की ड्यूटी नकल रोकना है, अभ्यर्थी को एग्जाम से रोकना नहीं. अधिकारी बताएं कि कौन से एग्जामिनेशन का ये रूल है. खाचरियावास उन्होंने कहा कि अधिकारी पर कार्रवाई करना उनके हाथ में होता तो अब तक कर चुके होते, इसके लिए वो मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से कहेंगे.

संत विजय दास के निधन पर व्यक्त किया दुख: कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने संत विजय दास के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि राजस्थान सरकार और प्रदेश वासियों को उनके निधन का दुख है. उनका संघर्ष हमेशा के लिए अमर हो गया. क्योंकि उन्होंने अवैध खनन को लेकर बरसों लड़ाई की और इसी लड़ाई में उन्होंने खुद को आग लगाकर आत्मदाह की कोशिश की. हालांकि राजस्थान सरकार ने उनको इलाज के लिए दिल्ली तक भेजा. लेकिन इलाज नहीं हो पाया. लेकिन अब वहां पूरा खनन बंद कर दिया गया है.

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उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार के समय भी वहां खनन चल रहा था. अवैध खनन बंद करना हर सरकार की जिम्मेदारी है. इस पूरे मामले में निश्चित रूप से मुख्यमंत्री आगे बढ़कर पहल करेंगे. उन्होंने कहा कि साढ़े 3 साल में अवैध खनन के खिलाफ जबरदस्त कार्रवाई हुई. अवैध खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करना उनकी जिम्मेदारी है, और वो कार्रवाई लगातार जारी रहेगी. उन्होंने पार्टी के ही एक विधायक वाजिब अली की ओर से उठाए गए सवाल पर कहा कि वाजिब अली उसी क्षेत्र से आते हैं. उन्होंने यदि कहा है कि प्रशासनिक फेल्योर है तो सारे मामले की जांच कराई जाएगी.

इस संबंध में मुख्यमंत्री से बात की जाएगी. वहीं बीजेपी के आरोप पर खाचरियावास ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के साथ एक दिक्कत है, कि वो अपराध बोध से ग्रस्त है. जो बीजेपी आटा छीन रही है, उस पर टैक्स लगा रही है, जो लोगों का निवाला छीन रहे हैं, उन्हें तो बोलने का हक ही नहीं है. खाचरियावास ने आरोप लगाते हुए कहा कि ना तो बीजेपी वाले राम के सगे हैं, ना कृष्ण के सगे हैं, वो तो महज वोट के सगे हैं.

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तेज बारिश के बाद जलभराव पर बोले खाचरियावास :शहर में आई तेज बारिश से हुई जल भराव की स्थिति पर खाचरियावास ने कहा कि यहां बारिश रुकने के बाद एक से डेढ़ घंटे में पानी ड्रेन हो जाता है. ये कांग्रेस सरकार में नहीं बल्कि इसके लिए जयपुर के राजा भी बधाई के पात्र हैं. जब परकोटा बसाया गया तब भी वहां पानी निकासी की भी व्यवस्था की गई. उन्होंने जयपुर के ड्रेनेज सिस्टम को सही बताया और यदि कहीं गड़बड़ है, तो उसे ठीक करवाने की बात कही.

आखिर में उन्होंने कहा कि प्रदेश में ना कावड़ यात्रा रोकने की जरूरत है, ना ही कोई रोक रहा है. ये फालतू की बातें बीजेपी फैला रही है. खाचरियावास ने खुद को भोलेनाथ का भक्त बताते हुए कहा कि राजस्थान में ना तो रामनवमी की यात्रा रोकी गई, ना कावड़ यात्रा रोकी गई. केवल रुका है तो बीजेपी का वोट बैंक रोका है. इसलिए बीजेपी फर्जीवाड़ा कर रही है, लेकिन ये बीजेपी का फर्जीवाड़ा चलने वाला नहीं है.

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