जयपुर. मुख्यसचिव निरंजन आर्य ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संभागीय आयुक्त और जिला कलेक्टरों के साथ रीट परीक्षा की तैयारियों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि रीट राज्य में अब तक की सबसे बड़ी प्रतियोगी परीक्षा के रूप में आयोजित हो रही है.
जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक परीक्षार्थियों के आगमन से वापस प्रस्थान तक की पूरी रूपरेखा बनाकर तैयारी रखें. परीक्षार्थियों के आवागमन, ठहरने और खाने की समुचित व्यवस्थाएं करें. परिवहन विभाग, रोडवेज के साथ रेलवे आपसी समन्वय से कार्य करते हुए सुगम आवागमन व्यवस्था करें. परीक्षा केन्द्रों पर मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजर की व्यवस्था करते हुए कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार व्यवहार सुनिश्चित करें.
मुख्य सचिव ने पुख्ता सुरक्षा के साथ प्रश्न पत्रों को परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचाने और परीक्षा समाप्ति के बाद ओएमआर शीट बोर्ड कार्यालय में सुरक्षित ढंग से पहुंचाने के निर्देश दिए. उन्होंने परीक्षा में किसी भी प्रकार के अनुचित साधनों के प्रयोग को रोकने तथा शांतिपूर्वक परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए पुलिस को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए. उन्होंने जयपुर, जोधपुर, अजमेर, अलवर और सीकर के पुलिस आयुक्त, जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों से तैयारियों का फीडबैक लिया.
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वक्फ संपत्तियों से अतिक्रमण हटाने के निर्देश...
मुख्य सचिव ने जिला कलेक्टरों को अल्पसंख्यक मामलात विभाग के छात्रावासों के लिए समय पर भूमि आवंटन करने, वक्फ सम्पतियों से अतिक्रमण हटाने एवं राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज कराने तथा 15 सूत्री कार्यक्रम की स्वयं के स्तर पर नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए. उन्होंने राष्ट्रीय डेटाबेस के लिए सभी प्रकार के असंगठित श्रमिकों का पंजीकरण कराने के निर्देश दिए. उन्होंने ग्राम पंचायत कलस्टर स्तर, उपखंड स्तर और जिला स्तर पर जनसुनवाई के साथ समाधान कार्यक्रम की समीक्षा की.
रीट में 25 लाख अभ्यर्थी पंजीकृत, शारीरिक तौर पर 16 लाख बैठेंगे...
शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पवन कुमार गोयल ने परीक्षा आयोजन की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस परीक्षा के लिए 25 लाख 71 हजार अभ्यर्थी पंजीकृत हैं, जिनमें से 9 लाख अभ्यर्थी दोनों स्तर की परीक्षा में शामिल होंगे. इस प्रकार शारीरिक तौर पर 16 लाख 22 हजार अभ्यर्थी इस परीक्षा में बैठेंगे. उन्होंने बताया कि इनमें से 2 लाख 70 हजार अभ्यर्थी दूसरे राज्यों के हैं तथा 7 लाख 30 हजार परीक्षार्थी स्वयं के गृह जिले में परीक्षा देंगे एवं 6 लाख 20 हजार अभ्यर्थियों का अन्तर जिला आवागमन होगा.