जयपुर. अध्यापक पात्रता परीक्षा 2022 में रीट लेवल-1 की परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग (REET 2022 Level 1 completed peacefully) से संपन्न हुई. अभ्यर्थियों ने बारिश के बावजूद पूरे उत्साह के साथ परीक्षा में हिस्सा लिया. परीक्षार्थियों के मुताबिक एग्जाम पेपर आसान आने के चलते उनके चेहरे पर संतुष्टि भी नजर आई. यहां इक्का-दुक्का अभ्यर्थियों ने गणित के एक प्रश्न में ऑप्शन गलत होने की बात भी बतााई. जबकि अधिकतर अभ्यर्थियों ने पेपर सरल और ठीक बताया लेकिन व्यवस्थाओं को लेकर भी सवाल उठाए. खास कर एग्जामिनेशन पेपर उपलब्ध नहीं कराए जाने के फैसले पर नाराजगी व्यक्त की.
रीट लेवल-1 के लिए शनिवार को सुबह 10:00 बजे से 12:30 बजे तक प्रथम पारी की परीक्षा हुई. इसमें 65.05 परीक्षार्थियों ने दी परीक्षा. परीक्षार्थियों ने बताया कि इस बार पेपर सरल आया था. अभ्यर्थियों ने कहा कि पहले हुई परीक्षाओं की तुलना में इस बार काफी कड़े इंतजाम रहे. ऐसे में कोई गड़बड़ी या पेपर आउट जैसे मामले नहीं हुए होंगे. पेपर देने जाने से पहले ही एडमिट कार्ड में दिए गए हर पहलू पर जांच हुई. सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की रियायत नहीं दी गई.
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हालांकि इस बार परीक्षाओं को लेकर की गई व्यवस्थाओं पर भी परीक्षार्थियों ने सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि पेपर आसान था. इसमें भी हिंदी और पर्यावरण का पेपर काफी सरल था. वहीं किसी भी विषय में कोर्स के बाहर का प्रश्न नहीं पूछा गया था. राज्य सरकार ने हर एग्जाम सेंटर पर सीसीटीवी कैमरे और वीडियोग्राफी की व्यवस्था की थी, लेकिन परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए एग्जाम हॉल में घड़ी तक नहीं लगाई जिसमें उनको एग्जाम के दौरान टाइम मैनेजमेंट में काफी परेशानी हुई.
प्रश्नपत्र न ले जाने देने पर जताई नाराजगी
एग्जामिनेशन पेपर को साथ नहीं ले जाने के निर्देश पर अभ्यर्थियों ने नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ये पहल सही नहीं है. यदि अभ्यर्थी के पास पेपर ही नहीं होगा, तो वो उत्तर एनालाइज कैसे कर पाएगा. अब उसे जब तक आंसर की नहीं आ जाती, तब तक इंतजार करना होगा. इस दौरान अभ्यर्थियों ने राजधानी में आई बारिश से बचाव के कोई इंतजाम नहीं किए जाने को लेकर भी सवाल खड़े किए.
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राज्य सरकार की ओर से इस परीक्षा में न्यूनतम पात्रता अंक का निर्धारण किया गया है. इसके तहत सामान्य/अनारक्षित वर्ग में 60%, अनुसूचित जनजाति में नॉन टीएसपी क्षेत्र में 55 प्रतिशत जबकि टीएसपी क्षेत्र में 36%, अनुसूचित जाति/अन्य पिछड़ा वर्ग/अति पिछड़ा वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए 55%, विधवा/परित्यक्ता महिला और भूतपूर्व सैनिक के लिए 50%, दिव्यांग के लिए 40% जबकि सहरिया जनजाति के लिए 36% मिनिमम पासिंग मार्क्स निर्धारित किए गए हैं. वहीं शनिवार को दूसरी पारी में भी बारिश के बीच लेवल-2 का एग्जाम शुरू हुआ. 24 मई को भी दोनों परियों में रीट लेवल-2 परीक्षा होगी.
पहले चरण में लेवल-1 में 65.05 फीसदी उपस्थिति
रीट लेवल-1 में 72 हजार 557 में से 47 हजार 200 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए. जबकि 27 हजार 357 अभ्यर्थियों ने परीक्षा नहीं दी. इसके साथ ही दूसरे चरण में लेवल-2 की परीक्षा के लिए 219 सेंटर बनाए गए हैं जिनमें परीक्षा चल रही है. कुछ अभ्यर्थी दूसरे चरण की परीक्षा में भी देरी से केंद्र पहुंचे.