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REALITY CHECK: परीक्षा केंद्रों को ना ही सैनिटाइज किया गया और ना ही थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था

लॉकडाउन के चलते करीब 3 महीने के बाद अब राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होने जा रही है. इसके लिए बोर्ड की ओर से गाइडलाइन की पालना करने के लिए निर्देशित किया गया है. लेकिन अभी तक राजधानी के परीक्षा केंद्रों पर ना ही थर्मल स्कैनर पहुंचा है और ना ही स्कूलों को सैनिटाइज किया गया है.

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Published : Jun 17, 2020, 10:18 PM IST

जयपुर समाचार, jaipur news
बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर ईटीवी भारत का रियलिटी चेक

जयपुर.करीब 3 महीने के लंबे इंतजार के बाद राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 12वीं की बची हुई परीक्षाएं अब होने जा रही हैं. इसके लिए बोर्ड ने कोरोना संकट को मद्देनजर रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराने और दूसरी व्यवस्थाओं के निर्देश दिए हैं. लेकिन राजधानी के परीक्षा केंद्रों पर अब तक ना तो थर्मल स्कैनर पहुंचा है और ना ही उन्हें सैनिटाइज किया गया है.

बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर ईटीवी भारत का रियलिटी चेक

राज्य सरकार की ओर से बोर्ड परीक्षा केंद्रों पर प्रत्येक वीक्षक, कार्मिक और परीक्षार्थियों के लिए फेस मास्क की अनिवार्यता की गई है. इसके साथ ही परीक्षा केंद्रों को सैनिटाइज करने और यहां सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के साथ विद्यार्थियों एवं स्टाफ के लिए थर्मल स्कैनर मशीन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए. लेकिन परीक्षा से महज 1 दिन पहले तक भी परीक्षा केंद्रों पर ना तो थर्मल स्कैनर पहुंचे और ना ही उन्हें सैनिटाइज किया गया.

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इसके रियलिटी चेक के लिए ईटीवी भारत की टीम जयपुर के पोद्दार स्कूल पहुंचा, यहां गुरुवार से शुरू होने वाली 12वीं बोर्ड की स्थगित परीक्षाओं का आयोजन होना है. इस विद्यालय में तकरीबन 150 छात्रों की परीक्षा होगी. लेकिन इस परीक्षा से पहले प्रशासन इंतजामों की परीक्षा में फेल होता दिख रहा है, यहां एक कक्षा में अधिकतम 15 छात्रों को बैठाने की व्यवस्था की गई है.

वहीं, स्कूल पर मौजूद सहायक प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि छात्रों के लिए सैनिटाइजर और हैंड वॉश करने के लिए पर्याप्त संसाधनों की व्यवस्था कर ली गई है. हालांकि, स्कूल को सैनिटाइज करने के लिए निगम को पत्र लिखा गया है, लेकिन अब तक यहां सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव नहीं किया गया है. वहीं, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से मिलने वाली थर्मल स्कैनर मशीन भी अब तक उपलब्ध नहीं हो पाई है.

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बहरहाल, प्रदेश में 5685 परीक्षा केंद्र के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए 521 उपकेंद्र बनाए गए, जहां गुरुवार को 8 लाख से ज्यादा छात्र परीक्षा देंगे. लेकिन जब राजधानी के परीक्षा केंद्र का ये हाल हैं तो प्रदेश के बाकी परीक्षा केंद्रों का क्या हाल होगा? इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है.

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