जयपुर. एसीबी की ओर से बिना प्रोसेस के आरएएस अधिकारी भागचंद बधाल को पूछताछ के लिए (Ruckus Over Custody of RAS Bhagchand Badhal) ले जाने का मामले में आखिर कार एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरोत्तम लाल वर्मा पर गाज गिर ही गई. आरएएस एसोसिएशन के दबाव के बीच गृह विभाग ने नरोत्तन लाल वर्मा का तबादला एसीबी से सीआईडी सीबी इंटेलिजेंस में कर दिया है. नरोत्तम का तबादला होने के साथ ही अब यह माना जा रहा है कि यह विवाद भी खत्म हो गया है.
खत्म हुआ विवाद ? आरएएस डॉक्टर भागचंद बधाल प्रकरण प्रकरण में आरएएस एसोसिएशन के पदाधिकारी सोमवार को बड़ी संख्या में एकत्रित होकर मुख्यसचिव उषा शर्मा से मिलने पहुंचे थे. एसोसिएशन की नाराजगी जताई कि कथित रूप से गलत ढंग से पूछताछ के लिए ले जाने वाले अफसर के खिलाफ कार्रवाई अभी तक नही हुई है. इस पर मुख्यसचिव ने एसोसिएशन से तीन दिन का समय मान था और उन्होंने कहा था कि जल्द ही सरकार एसोसिएशन की मांगों पर कुछ सकारात्मक निर्णय लेगी.
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ईटीवी भारत ने पहले ही दे दिए थे संकेत : आपको बता दें कि आरएएस एसोसिएशन के विरोध के बीच (ACB ASP Narottam Lal Verma was Transferred) सरकार इस मामले को सुलझाने के लिए क्या रास्ता निकाल सकती है, इसको लेकर ईटीवी भारत ने दो दिन पहले ही बता दिया था कि किसी को सस्पेंड करने या अन्य कोई कदम उठाने की जगह जिस अधिकारी ने बघाल के खिलाफ एक्शन लिया था, उसका तबादला कर एसोसिएशन की नाराजगी को कम किया जा सकता है.
अब आगे क्या : दरअसल, आरएएस एसोसिएशन नरोत्तन वर्मा के तबादले के साथ की अपनी आंदोलन की रणनीति को भी अब स्थित कर सकते हैं. एसोसिएशन भी नहीं चाहेगी कि अब इस मामले को और आगे बढ़ाया जाए. हालांकि, अभी तक एसोसिएशन की ओर से किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन यह माना जा रहा है कि सरकार ने जिस तरीके से विवाद को खत्म करने के लिए बीच का रास्ता निकाला है. उसके बाद एसोसिएशन भी अब अपने आंदोलन की रणनीति में नरमी लाएगी. हालांकि, एसोसिएशन की अन्य मांगी भी है, जिनके लिए सरकार यह कहकर बात को आगे बढ़ा सकती है कि अन्य मांगों पर उच्च स्तर पर जल्द ही निर्णय करेंगे.
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क्या था मामला : दरअसल, एसीबी ने भ्रष्टाचार के एक मामले की जांच के दौरान आरएएस अधिकारी भागचंद बधाल को पूछताछ के लिए ले गए थे. बघाल की ईमानदारी को लेकर किसी को कोई संदेह नहीं था. ऐसे में जिस तरह से एसीबी ने बघाल को बिना प्रोसीजर फॉलो किए पूछताछ के लिए बुलाया. इसके बाद आरएएस एसोसिएशन ने एसीबी की इस कार्रवाई पर कड़ी नाराजगी जताई थी और दोषी अफसर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी.
कौन हैं बधाल : आरएएस अधिकारी भागचंद बधाल 1999 बैच के अधिकारी हैं. वसुंधरा सरकार में न्याय आपके द्वार अभियान की सफलता का श्रेय इन्हीं को दिया जाता है. बधाल बेहद ईमानदार छवि के अफसर माने जाते हैं. उनके कैडर में उनके ही अफसर बेहद तारीफ करते हैं. 2013 से 2018 तक पांच साल मुख्यमंत्री कार्यालय में डिप्टी सेक्रेटरी के पद पर उनकी पोस्टिंग रही है.