जयपुर. राजधानी जयपुर स्थित जेके लोन अस्पताल में बीते कुछ समय से दुर्लभ बीमारियों से जुड़े इलाज को लेकर रिसर्च किया जा रहा है. हाल ही में अस्पताल के चिकित्सकों ने पॉम्पे डिजीज और स्पाइनल मस्कुलर अट्रॉफी-1, जो एक रेयर डिजीज है इससे जुड़ा इलाज ढूंढ निकाला है.
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अशोक गुप्ता ने बताया कि पॉम्पे डिजीज और स्पाइनल मस्कुलर अट्रॉफी-1 यह दोनों काफी रेयर डिजीज में शामिल है. हाल ही में इन दोनों बीमारियों से पीड़ित एक नवजात का मामला अस्पताल में देखने को मिला है. गुप्ता ने बताया कि हाल ही में जेके लोन अस्पताल में आगरा से इस तरह का केस सामने आया है और 44 दिन का एक बच्चा इन दोनों बीमारियों से जूझ रहा है. उन्होंने कहा कि संभवतः यह देश का पहला मामला है.
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डॉक्टर ने बताया कि बीते कुछ दिनों से बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी और आगरा में जब बच्चे को दिखाया गया तो उन्होंने तुरंत जयपुर के जेके लोन अस्पताल में उसे रेफर कर दिया. सांस लेने की समस्या के साथ-साथ बच्चे के शरीर में ढीलापन और हरकत कम होने की भी परेशानी थी. बच्चे की जांच की गई तो सामने आया कि बच्चे को कमजोरी के अलावा मांसपेशियों में परेशानी और दिल की भी समस्या है.