जयपुर. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) के आरएसएस क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम (Nimbaram) को जेल भेजने के बयान पर सियासत गरमा गई है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा (Ramlal Sharma) ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जांच अधिकारी नहीं बनें और जांच एजेंसी को उनका काम करने दें. इस तरह के बयान से साफ होता है कि गहलोत सरकार ACB को दबाव में लेकर काम करवाना चाहती है.
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बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा (Ramlal Sharma) ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का बयान कि यह साफ दर्शाता है किस तरह से प्रदेश की गहलोत सरकार जांच एजेंसी को दबाव में लेकर काम करवाना चाह रही है. उन्होंने कहा कि क्या सरकार ने गोविंद सिंह डोटासरा को जांच अधिकारी नियुक्त किया हुआ है? क्या वे इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर हैं जो इस तरह के बयानबाजी कर रहे हैं?
डोटासरा नहीं बनें जांच अधिकारी शर्मा ने कहा कि ACB राजस्थान सरकार के दबाव में काम कर रही है. ऐसा लग रहा है कि यह पहले ही तय कर लिया कि जो गोविंद डोटासरा (Govind Singh Dotasra) बयान दे रहे हैं उसी के अनुसार जांच करनी है. जांच की कोई जरूरत नहीं है, एसीबी यह मान कर चल रही है. उन्होंने कहा कि मेरे ख्याल से एक संवैधानिक संस्था की जांच के ऊपर इस तरह की बयानबाजी करना यह ठीक नहीं है.
मैं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से कहूंगा कि वे अपनी पार्टी को संभालें जो इन्वेस्टिगेशन संस्था है उसको अपना काम करने दें. जो तथ्य है उन तथ्यों के आधार पर कार्रवाई होगी.
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बता दें, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) ने शनिवार को RSS के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम (Nimbaram) के खिलाफ बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि राजस्थान की गहलोत सरकार पर किसी को संदेह नहीं होना चाहिए, क्योंकि प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती है. साथ ही डोटासरा ने निंबाराम का नाम लिए बगैर कहा कि जो हाल हमारी सरकार में प्रवीण तोगड़िया का और आसाराम का हुआ वैसा ही हाल निंबाराम का होगा. डोटासरा ने कहा कि ये उदाहरण बताते हैं कि लोगों को हमारी सरकार पर शक नहीं होना चाहिए. जो एफआईआर दर्ज हुई है उसमें आरएसएस के भ्रष्ट नेताओं का इलाज भी निश्चित तौर पर होगा.