जयपुर.राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को पेयजल अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में बरसात के पानी को बचाना बहुत जरूरी है वरना वह दिन दूर नहीं जब सोने चांदी के आभूषणों की तरह पानी को भी तिजोरी और ताले में रखना होगा. शर्मा ने पानी को प्रकृति का प्रसाद बताया और बोरिंग खोदने पर अनुमति लेने की पाबंदी हटाने पर भी विरोध जताया.
रामलाल शर्मा ने कहा कि जब रामगढ़ का पानी मिला तो जयपुर के लोगों ने सोचा कि 100 साल तक हमें पानी की कोई कमी नहीं रहेगी, लेकिन कुछ साल में ही यह गलत साबित हुआ. शर्मा ने कहा कि एक समय था जब रामगढ़ बांध में नौकायन प्रतियोगिता होती थी और लोग पिकनिक भी जाते थे, लेकिन अब रामगढ़ का बांध सूख गया है. रामलाल शर्मा ने कहा कई स्वयंसेवी संस्थाओं और मीडिया संस्थानों ने इस मामले को उठाया तब कोर्ट ने भी इसमें प्रसंज्ञान लिया, लेकिन सरकार इस बांध के कैचमेंट में हो रहे अतिक्रमण को हटाने में विफल ही साबित हुई. आलम यह है कि उन पहाड़ियों को ही खत्म कर दिया गया, जहां से रामगढ़ में पानी आता था, इसलिए हमें बरसात के पानी को सहेजना होगा. शर्मा ने जलदाय विभाग में भर्ती पर भी जोर दिया.
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बरसात के पानी को सहेजने के लिए कृषि मंत्री का दिया उदाहरण
शर्मा ने इस दौरान प्रदेश के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया के घर का भी उदाहरण दिया, जिन्होंने बरसात के पानी को सहेज कर साल भर पीने के लिए इस्तेमाल करने का काम किया है. शर्मा ने कहा कि कृषिमंत्री लालचंद कटारिया के मॉडल को प्रदेश में लागू करना चाहिए. विधायक शर्मा ने कहा कि जिस तरह केंद्र ने शौचालय बनाने के लिए पैसा दिया, उसी तरह सरकार दो लाख रुपए की राशि दे ताकि पॉन्ड बनाया जा सके, इसमें बरसाती पानी को सहेजने का काम किया जाए.