राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / city

आरक्षण के नियमों में बदलाव, ओबीसी वर्ग को हो रहे नुकसान के चलते आंदोलन की राह पर उतरे युवा - आरक्षण के नियमों में बदलाव

ओबीसी आरक्षण में विसंगतियों को लेकर पूरे प्रदेश में सोमवार को धरने प्रदर्शन का दौर चला. इनमें युवाओं सहित राजनीतिक पार्टियों और पूर्व अधिकारियों ने भाग लिया. जयपुर में इसके विरोध में यूनिवर्सिटी परिसर में रैली निकाली (Rally in protest of OBC reservations amendment ) गई. शाम को प्रर्दशनकारियों के प्रतिनिधि मंडल ने सीएमओ अधिकारियों से वार्ता की, जो असफल रही. इसके बाद आरक्षण संघर्ष समिति ने प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है.

Rally in protest of OBC reservations amendment, demand to withdrew it
आरक्षण के नियमों में बदलाव, ओबीसी वर्ग को हो रहे नुकसान के चलते आंदोलन की राह पर उतरे युवा

By

Published : Aug 8, 2022, 11:36 PM IST

जयपुर. प्रदेश में सरकारी भर्तियों में आरक्षण नियमों में बदलाव के बाद ओबीसी वर्ग में युवाओं को हो रहे नुकसान के चलते नियमों में संशोधन की मांग को लेकर प्रदेश भर में विरोध हो रहा (Demand of withdraw OBC reservation amendment) है. सोमवार को इसी क्रम में राजधानी जयपुर में राजस्थान यूनिवर्सिटी में भी बड़ी संख्या में युवा जुटे और यूनिवर्सिटी परिसर में रैली निकालकर विरोध जताया.

ओबीसी के 21 फीसदी आरक्षण में भूतपूर्व सैनिकों का कोटा शामिल करने के मामले को लेकर ओबीसी आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर तले प्रदेश भर में आंदोलन हो रहे हैं. सोमवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी में बड़ी संख्या में युवा जुटे और यूनिवर्सिटी परिसर में रैली निकालकर विरोध जताया. वहीं शाम को 12 सदस्यों के प्रतिनिधि मंडल ने सीएमओ के उच्चाधिकारियों से वार्ता की. हालांकि यहां कोई रास्ता नहीं निकला. जिसके बाद ओबीसी आरक्षण संघर्ष समिति ने प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी दी है.

पढ़ें:Protest In Jaipur: ओबीसी आरक्षण में विसंगतियों को लेकर धरने पर युवा मोर्चा, कहा- ये ट्रेलर है, मांगे पूरी नहीं हुई तो फिल्म भी देखेगी सरकार

इससे पहले राजस्थान यूनिवर्सिटी में विरोध प्रदर्शन के दौरान पूर्व आरएएस अधिकारी रहे जस्सा राम चौधरी, पूर्व आरपीएस महेंद्र चौधरी और डॉ रामसिंह सामोता भी मौजूद रहे. उन्होंने बताया कि 2018 में ओबीसी सहित अन्य कैटेगरी के आरक्षण में भूतपूर्व सैनिकों के आरक्षण कोटे को खत्म कर, मूल भर्ती के कुल पदों में से भूतपूर्व सैनिकों का 12.5 प्रतिशत कोटा तय किया गया. इससे कुल पदों में ओबीसी की आबादी ज्यादा होने से भूतपूर्व सैनिकों में सबसे ज्यादा ओबीसी के भूतपूर्व सैनिकों का चयन होता है. इसके बाद सरकार इन भूतपूर्व सैनिकों के आरक्षण वर्गों की कैटेगरी में से कटौती करती है. इससे ओबीसी के 21 प्रतिशत आरक्षण कोटे के अधिकांश पदों पर भूतपूर्व सैनिकों का चयन हो जाता है और मूल वर्ग के युवाओं को मौका नहीं मिल पाता. ऐसे में युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सरकार की ओर से किए गए आरक्षण नियमों में बदलाव का ओबीसी वर्ग खुलकर विरोध कर रहा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details