जयपुर. प्रदेश में पहली बार राजीव गांधी ग्रामीण ओलिंपिक खेल आयोजित होंगे. 29 अगस्त से शुरू होने वाले इस आयोजन में गांव-ढाणी की खेल प्रतिभाओं को राज्य स्तरीय मंच मिलेगा और प्रदेश को भविष्य के लिए उभरते खिलाड़ी मिलेंगे. इसके अंतर्गत 6 खेलों में खिलाड़ी जीत के लिए पसीना बहाएंगे. इन खेलों के लिए 30 लाख ग्रामीणों ने रजिस्ट्रेशन करवाया (30 Lakh registration in village Olympic) है.
दादा-पोता और चाचा-भतीजा एक साथ खेलेंगे: सीएम गहलोत ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर राजीव गांधी ग्रामीण ओलिंपिक खेल के संबंध में समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि मित्रतापूर्ण खेलों से ग्रामीणों में आपसी सामंजस्य और सद्भाव बढ़ेगा. मैदान पर जब दादा-पोता और चाचा-भतीजा खेलने उतरेंगे, तो रिश्तों में और मजबूती आएगी और गांवों में खेल भावना का विकास होगा. जिससे राजस्थान के गांव-ढाणी की खेल प्रतिभाओं को राज्य स्तरीय मंच मिलेगा और प्रदेश को भविष्य के लिए उभरते खिलाड़ी मिलेंगे.
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खेलों के आयोजन में होगी जन सहभागीदारी: मुख्यमंत्री ने कहा कि रीट परीक्षा के दौरान प्रदेशवासियों ने जिस तरह परीक्षार्थियों की भोजन, आवास और अन्य सुविधाओं के लिए बढ़-चढ़कर सहयोग किया. उसी तरह ओलिंपिक खेलों में भी जन सहभागीदारी रहेगी. उन्होंने भामाशाहों, धर्म गुरूओं, स्वयंसेवी संस्थाओं से खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए अपील की. उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत, ब्लॉक, जिला और राज्य स्तरीय खेलों के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे. इनमें राजस्थान की जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी जाएगी, ताकि हर व्यक्ति लाभान्वित हो सके.