जयपुर.शास्त्री नगर भट्टा बस्ती पर राजीव आवास योजना के तहत बनाए गए आवास खंडहर में तब्दील होने लगे हैं. सालों से यहां न तो कोई ठेकेदार पहुंचा. और ना ही कोई कंसलटेंट. योजना के तहत 2212 डुप्लेक्स आवास बनने हैं. लेकिन इन का महज ढांचा ही खड़ा हो सका है. जो फिलहाल गरीबों का नहीं बल्कि असामाजिक तत्वों का घर बना हुआ है.
राजधानी में 96 करोड़ रुपए खर्च कर राजीव आवास योजना के तहत गरीब परिवारों के लिए फ्लैट बनने थे. 2013 में शुरू हुई इस योजना का काम 2017 तक पूरा होना था. लेकिन 2015 से इस योजना के तहत बनने वाले आवासों का काम ठप पड़ा हुआ है. यहां सीमेंट और ईंट से बना ढांचा तो यहां तैयार हो गया, लेकिन यहां पहुंचने के लिए ना तो कोई पक्का रास्ता बनाया गया है. और ना ही इन आवासों को कोई अंतिम स्वरूप दिया गया है. यही वजह है कि इन अधूरे पड़े आवासों में कोई रह नहीं रहा.