जयपुर. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने कहा है कि डीएनटी पॉलिसी, देवनारायण योजना में 200 करोड़ का पैकेज, विशेष योग्यजन के लिए छात्रवृति में वृद्धि, सामाजिक सुरक्षा पेन्शन योजना के लाभान्वितो को बीपीएल का दर्जा देने जैसे कदमों से राज्य में सामाजिक सुरक्षा मजबूत होगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़े वर्गों, अल्पसंख्यकों और समाज के अन्य सताए हुए लोगों की सामाजिक सुरक्षा को लेकर संवेदनशील है.
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव मंगलवार को विधानसभा में मांग संख्या 33 (सामाजिक सुरक्षा एवं कल्याण) की अनुदान मांगों पर चर्चा का जवाब दे रहे थे. चर्चा के बाद सदन ने सामाजिक सुरक्षा और कल्याण की 103 अरब 44 करोड़ 8 लाख 6 हजार रुपये की अनुदान मांगों को ध्वनिमत से पारित कर दी.
बजट घोषणाओं से सामाजिक सुरक्षा मजबूत
राज्यमंत्री यादव ने कहा कि अम्बेडकर डीबीटी वाउचर से 5 हजार छात्र लाभान्वित होंगे. एससी, एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यकों के समावेशी विकास हेतु प्रत्येक वर्ग के लिये 100 करोड़ रुपये से विकास कोष और ट्रान्सजेण्डर्स के लिए 10 करोड़ के उत्थान कोष बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज के बच्चों एवं युवाओं के प्रशिक्षण के लिए 20 करोड़ का वाल्मीकि कोष बनाया जाएगा. राजकीय छात्रावासों एवं आवासीय विद्यालयों में पात्रता की सीमा 8 लाख रुपये वार्षिक पारिवारिक आय रखी गई है.
उन्होंने कहा कि वृद्धावस्था और विशेष योग्यजन पेंशन में 250 रुपये प्रतिमाह की बढ़ोत्तरी से लगभग 58 लाख पेंशनर्स को लाभ मिला है. राजस्थान सरकार ने सिलिकोसिस पीड़ितों के लाभ के लिए राजस्थान न्यूमोकोनोसिस (सिलिकॉसिस) नीति, 2019 लागू की है. इसके तहत 19,361 सिलिकोसिस पीड़ितों को 1500 रुपये प्रतिमाह की पेंशन राशि का भुगतान किया जा रहा है.
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री ने कहा कि 1 जुलाई, 2019 से पेंशन स्वीकृति की प्रक्रिया का सरलीकरण किया गया है. इससे दिसबंर, 2018 के मुकाबले राज्य में 19.50 लाख पेंशनर्स को ज्यादा लाभ मिला है. वर्तमान में लगभग 84 लाख 86 हजार पेंशनर्स हैं और लंबित पेंशन आवेदन पत्रों की संख्या शून्य हो गई है. अब पेंशनर्स को हर महीने भौतिक सत्यापन की बजाय प्रति वर्ष केवल नवंबर और दिसंबर में ही भौतिक सत्यापन कराए जाने का प्रावधान किया है. कोविड-19 की विषम परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए इस वर्ष भौतिक सत्यापन की अवधि 31 मार्च, 2021 तक बढ़ा दी गई है.
उन्होंने बताया कि कोविड-19 की विषम परिस्थितियों में राज्य के 33 लाख जरूरतमंद परिवारों को विभाग के माध्यम से 877 रुपये की राशि समेत कुल 1,155 करोड़ की सहायता राशि उपलब्ध करवाई गई है. पेंशनर्स को ग्राम पंचायत पर स्थित राजीव गांधी सेवा केन्द्रों पर हर महीने पेंशन वितरण किया जाएगा. इससे पेंशनरों को अपने नजदीकी स्थान पर ही पेंशन राशि उपलब्ध हो सकेगी.
विभाग द्वारा अप्रैल, 2020 से पेंशन की केन्द्रीकृत भुगतान प्रणाली प्रारंभ की गई है. अब विभाग के निदेशालय स्तर पर ही एक आहरण एवं वितरण अधिकारी बनाया गया है. राज्य के एक ही कोषालय के माध्यम से समस्त पेंशनर्स को भुगतान किया जा रहा है.
लघु एवं सीमान्त वृद्धजन कृषक योजना
उन्होंने बताया कि लघु एवं सीमान्त वृद्धजन कृषक पेंशन योजना लागू की गई है. इससे 2 लाख 68 हजार किसान लाभान्वित हो रहे हैं.
पालनहार योजना
उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में पालनहार योजना के अन्तर्गत फरवरी 2021 तक 495 करोड़ रुपये व्यय किए गए. योजना के तहत 4 लाख 92 हजार 271 बच्चों को लाभान्वित किया गया.
उत्तर मेट्रिक छात्रवृति योजना
यादव ने बताया कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, आर्थिक पिछड़ा वर्ग, विमुक्त घुमंतू एवं अर्धघुमंतू वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग के 2 लाख 48 हजार 958 छात्र-छात्राओं को फरवरी 2021 तक 422.77 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान कर लाभान्वित किया गया.