जयपुर.उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर कोरोना संक्रमण के फैलाव की आशंका को दृष्टिगत रखते हुए उचित मूल्यों की दुकानों में बायोमेट्रिक सत्यापन के स्थान पर ओटीपी सिस्टम लागू करने की मांग की है. राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दिन-प्रतिदिन भयावह होते हालात में उचित मूल्य की दुकानों से राशन लेने वाले आम उपभोक्ताओं को बायोमेट्रिक सत्यापन की अनिवार्यता से कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा लगातार बना हुआ है.
राठौड़ ने कहा कि राज्य में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से बायोमेट्रिक मशीन के द्वारा खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत चयनित परिवारों को गेहूं, चावल, चीनी एवं केरोसीन तेल वितरित किये जाने की व्यवस्था है, जिसमें उक्त सभी वस्तुएं सरकार द्वारा निर्धारित मात्रा व मूल्य में राशन कार्ड के द्वारा वितरित की जाती हैं.
राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में वर्तमान में कोरोना संक्रमित केसों की संख्या 8 लाख 89 हजार से ज्यादा, मृतकों की संख्या 7 हजार 200 से अधिक और एक्टिव केसों की संख्या 1 लाख 53 हजार से ज्यादा है. प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार ने कुछ अनुमत श्रेणी की छूटों के साथ राज्य में महामारी रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़ा लॉकडाउन लगा रखा है, जिसमें अनुमत श्रेणी के तहत राशन की दुकानें भी खुली हैं जहां बायोमेट्रिक सत्यापन की अनिवार्यता होने से राशन प्राप्त करने वाले उपभोक्ताओं में कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है.
राठौड़ ने कहा कि राज्य में लगभग 40 लाख राशन कार्डधारी परिवार हैं जाे हर माह राशन उठाते हैं और प्रत्येक राशन कार्ड में परिवार के एक व्यक्ति को पॉस (POS) मशीन में बॉयोमेट्रिक पहचान के लिए अंगूठा लगाना पड़ता है. राज्य में लगभग 26 हजार उचित मूल्य की दुकानें में से करीब 6 हजार शहरी क्षेत्र में और 20 हजार ग्रामीण क्षेत्रों में हैं जहां पॉस (POS) मशीन पर अंगूठा लगाने के बाद ही राशन वितरित करने की अनिवार्यता से कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका है.