जयपुर. राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कांग्रेस नेताओं पर कोेटा दक्षिण नगर निगम में बोर्ड बनाने के लिए सत्ता के दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है. राठौड़ ने कहा कि कोटा दक्षिण में कांग्रेस का बोर्ड बनाने के लिए स्वायत्त शासन मन्त्री शांति धारीवाल के इशारे पर पुलिस निर्दलीय पार्षदों और उनके परिजनों पर कांग्रेस का समर्थन करने के लिए धमका रही है.
राठौड़ ने कहा अब कांग्रेस नेता पुलिस का इस्तेमाल कर निर्दलीय पार्षदों के घर जाकर उनके परिजनों को धमकियां दे रहे हैं. निर्दलीय पार्षदों के साथ किसी भी प्रकार की घटना घटित होने की बात कह कर उन पर मानसिक दबाव बनाया जा रहा है. डरा-धमकाकर निर्दलीय पार्षदों की गुमशुदगी या भाजपा द्वारा अपहरण कर लिए जाने की रिपोर्ट करवाई जा रही है. इतना ही नहीं सर्दी के मौसम में पुलिस उनके बुजुर्ग परिजनों को गाड़ी में बैठाकर इधर-उधर घुमा रही है. यह सब मंत्री शांति धारीवाल की शह पर किया जा रहा है.
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राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कोटा दक्षिण नगर निगम में बोर्ड बनाने के लिए भाजपा के पास अब पर्याप्त समर्थन है. चार निर्दलीय पार्षद भाजपा के समर्थन की घोषणा भी कर चुके हैं. यह कांग्रेस को रास नहीं आ रहा है. वे किसी भी तरह कोटा दक्षिण में कांग्रेस का बोर्ड बनाने के लिए सभी तरह के गलत हथकंडे अपना रहे हैं. कांग्रेस के नेताओं ने इन निर्दलीय पार्षदों को पहले पैसों और भूखण्ड आवंटन का लालच दिया, लेकिन जब यह नहीं माने तो उन्हें आपराधिक मामलों में फंसाने की धमकियां दी जाने लगी.
शांति धारीवाल पर आरोप लगाते हुए राठौड़ ने कहा कि परिसीमन में कांग्रेस ने जो किया उसका प्रभाव सभी को दिख रहा है. एक वर्ग को तुष्टिकरण के लिए धारीवाल ने कोटा का सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की भरपूर कोशिश की.
धारीवाल को कोटा उत्तर में ध्यान देने की सलाह...
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि आगामी 10 नवम्बर को भाजपा कोटा दक्षिण नगर निगम में बोर्ड बनाने में कामयाब होगी और विवेक राजवंशी अगले महापौर बनकर रहेंगे. कांग्रेस व मंत्री धारीवाल को सलाह है कि वह कोटा दक्षिण नगर निगम की चिंता छोड़कर कोटा उत्तर पर ध्यान देते हुए कांग्रेस के पार्षदों को संभालें. कोटा उत्तर में महापौर को लेकर हुई लड़ाई सबके सामने आ चुकी है. धारीवाल ने नयापुरा के एक समर्पित कार्यकर्ता की बहू जो कि पूर्व में पार्षद रह चुकी है को दरकिनार कर अपने बेटे की पसंद के आधार पर एक मंजू मेहरा को पार्षद को महापौर पद का दावेदार बना दिया.