जयपुर.कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अजय माकन और पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा का बुधवार को अजमेर दौरा विवादों में है. बड़ा कारण है फीडबैक के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना होना. साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ता और नेताओं में उजागर हुई फूट.
अब इसी को भाजपा नेता मुद्दा बनाकर कांग्रेस और सरकार पर निशाना साध रहे हैं. प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़, विधायक वासुदेव देवनानी ने ट्विटर के जरिए गहलोत सरकार पर हमला बोला है. राजेंद्र राठौड़ ने अपने ट्वीट में लिखा कि कांग्रेस प्रभारी अजय माकन के अजमेर दौरे में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं हुई. बिना मास्क के मौजूद कई कार्यकर्ताओं ने आपदा प्रबंधन अधिनियम की धज्जियां उड़ाई.
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जबकि प्रदेश में कोविड-19 का ग्राफ बढ़ रहा है. लेकिन सत्ता की लालसा में सरकार ने नियमों की अनदेखी कर दी. इसके साथ ही राठौड़ ने एक और ट्वीट कर लिखा कि मुख्यमंत्री एक माह तक किसी से मुलाकात नहीं करेंगे, लेकिन नियम किस तरह दरकिनार होते हैं ये भी कोई कांग्रेस सरकार से सीखे. सत्ता की लालसा में स्वयं के बनाए नियम पल भर में तोड़ना इनकी आदत बन चुकी है.
वहीं, अजमेर से भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने अपने ट्वीट में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा अशोक गहलोत समर्थित नेताओं के पोस्टर फाड़ते हुए कार्यकर्ताओं का वीडियो और इन कार्यकर्ताओं को थाने से छुड़वाने के लिए विधायक राकेश पारीक द्वारा दिए जा रहे धरने का वीडियो लगाया गया है.
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साथ ही देवनानी ने लिखा कि प्रदेश कांग्रेस की एकता पर पुलिसिया लाठी. अजमेर में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अजय माकन और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के सुलह के फार्मूले को लाठी की जंग से अजमेर की सड़कों पर अपनी गांधीवादी विचारधारा से अभिव्यक्त किया.