जयपुर. यूक्रेन में फंसे हुए भारतीय विद्यार्थियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों के एयरपोर्ट्स से एयरलिफ्ट कर लगातार वापस लाने का कार्य (Rajasthani Students Amid Ukraine Crisis rescued ) चल रहा है. इसी कड़ी में देर रात इंडियन एयर फोर्स का वन सी-17 ग्लोबमास्टर एयरक्राफ्ट दिल्ली के नजदीक हिंडन एयरफोर्स स्टेशन (students airlifted from Bucharest) पर उतरा. भारतीय वायु सेना की इस उड़ान में राजस्थान के कुल 11 विद्यार्थी आए.
इन सभी छात्रों को राजस्थान की कैबिनेट मंत्री ममता भूपेश और राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने रिसीव किया. आज दूसरी फ्लाइट से भी आज सुबह ही 11 स्टूडेंट्स मुंबई (22 students from rajasthan rescued) एयरपोर्ट पहुंचे.
अब तक यूक्रेन से 366 से ज्यादा राजस्थानी स्टूडेंट्स को वापस लाया जा चुका है. हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर रिसीव किए गए इन 11 बच्चों में तीन चूरू के, एक सीकर, तीन जयपुर, एक-एक विधार्थी झालरापाटन, बांसवाड़ा उदयपुर और भरतपुर के थे. एयरफोर्स स्टेशन से इन विद्यार्थियों को नई दिल्ली के राजस्थान हाउस लाया गया जहां पर रात्रि विश्राम के बाद सुबह कैबिनेट मंत्री ममता भूपेश और मंत्री सुभाष गर्ग (Minister Mamta Bhupesh Receive Rajasthani Students) ने इन्हें अपने-अपने गृह जिलों के लिए रवाना किया.
मंत्री ममता भूपेश ने बताया कि राजस्थान के विद्यार्थियों को उनके घरों तक भेजने की सारी व्यवस्थाएं राज्य सरकार ने सुनिश्चित की है. उन्होंने कहा- हमें खुशी है कि हमारे बच्चे सुरक्षित घर लौट रहे हैं. मंत्री सुभाष गर्ग ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर हमारी पूरी टीम दिल्ली इंदिरा गांधी एयरपोर्ट और हिंडन एयर फोर्स स्टेशन पर तैनात है. जहां से बच्चों को रिसीव करके उन्हें उनकी सुविधा अनुसार अपने-अपने घर तक भेजने की सारी व्यवस्थाएं राज्य सरकार सुनिश्चित कर रही है.
यूक्रेन से लौट रहे प्रवासियों की सारी व्यवस्थाएं देख रहे नोडल अधिकारी एवं राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य सरकार प्राथमिकता के आधार पर यूक्रेन से लौट रहे प्रवासी राजस्थानीयों की हर संभव मदद के लिए तत्पर है. उन्होंने बताया कि अभी तक 366 से ज्यादा राजस्थानी विद्यार्थीयों को राज्य सरकार की ओर से दिल्ली, हिंडन, मुंबई, जयपुर के एयरपोर्ट्स से रिसीव करके बसों, टैक्सियों, ट्रेन और हवाई मार्ग के माध्यम से उनके घरों तक भेजा जा चुका है.