जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय ने कोरोना काल में करीब ढाई लाख विद्यार्थियों को क्रमोन्नत करने का फार्मूला निकालने का एक महीने पहले दावा किया था, लेकिन अभी तक विश्वविद्यालय इन विद्यार्थियों को अंक तालिका या क्रमोन्नयन प्रमाण पत्र मुहैया नहीं करवा पा रहा है. ऐसे में विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के आवेदन और आगे की कक्षाओं में प्रवेश के आवेदन करने में परेशानी उठानी पड़ रही है.
राजस्थान विश्वविद्यालय ने जो फार्मूला तय किया है, उसके अनुसार, स्नातक द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को अंक तालिका दी जाएगी. जबकि स्नातक प्रथम वर्ष और स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को क्रमोन्नति के प्रमाण पत्र दिए जाएंगे. स्नातक प्रथम वर्ष के प्रमोट किए गए विद्यार्थियों को अंतिम वर्ष की अंकतालिका के साथ ही प्रथम वर्ष की अंकतालिका मिलेगी लेकिन विश्वविद्यालय ने अभी तक विद्यार्थियों को अंक तालिका या प्रमाण पत्र नहीं दिए जा रहे हैं. ऐसे में छात्रवृत्ति और अगली कक्षाओं में प्रवेश के लिए आवेदन करने में विद्यार्थियों को परेशानी आ रही है.