जयपुर.प्रदेश को सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले विभागों में परिवहन विभाग मुख्य रूप से शामिल है. राजस्व प्राप्ति में परिवहन विभाग को राज्य सरकार के द्वारा पांचवें नंबर का दर्जा भी दिया गया है. ऐसे में परिवहन विभाग सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व भी देता है. 2020-21 के लिए भी परिवहन आयुक्त रवि जैन ने राजस्व प्राप्ति को लेकर प्रदेश के सभी आरटीओ और डीटीओ अधिकारियों को उनके टारगेट जारी कर दिए हैं.
बता दें परिवहन विभाग को इस वित्तीय वर्ष में करीब 6000 करोड़ रुपए का टारगेट दिया गया है. ऐसे में सबसे अधिक टारगेट की बात की जाए तो, सबसे अधिक टारगेट भी जयपुर आरटीओ को दिया गया है. जयपुर आरटीओ को 2020-21 के लिए 12 सौ करोड़ रुपए का टारगेट दिया गया है. वहीं इसके साथ जोधपुर की बात की जाए, तो जोधपुर आरटीओ को भी करीब 589 करोड़ का टारगेट दिया है. इसके बाद अजमेर आरटीओ को 528 करोड़ का टारगेट मिला है और उदयपुर आरटीओ को 548 करोड़ का टारगेट मिला है. वहीं बीकानेर आरटीओ की बात की जाए, तो बीकानेर आरटीओ को 455 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त करना है.
जानिए किस आरटीओ को मिला कितना टारगेट
- जयपुर आरटीओ को 1205. 62 करोड़ का टारगेट
- दौसा आरटीओ को 186 .24 करोड़ का टारगेट
- सीकर आरटीओ को 458 . 12 करोड का टारगेट
- अलवर आरटीओ को 348. 55 करोड का टारगेट
- भरतपुर आरटीओ को 237. 6 करोड़ का टारगेट
- अजमेर आरटीओ को 528. 63 करोड का टारगेट
- जोधपुर आरटीओ को 589. 89 करोड़ का टारगेट
- पाली आरटीओ को 312. 56 करोड का टारगेट
- उदयपुर आरटीओ को 548. 25 करोड़ का टारगेट
- चितौड़गढ़ आरटीओ का 434. 1 करोड़ का टारगेट
- कोटा आरटीओ को 375. 47 करोड़ का टारगेट
- बीकानेर आरटीओ को 455. 60 करोड़ का टारगेट