जगदीप धनखड़ बने भारत के 14वें उपराष्ट्रपति, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ
पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने आज भारत के 14वें उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. बता दें, जगदीप धनखड़ ने उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा का हराया था. इस मौके पर पीएम मोदी समेत तमाम केंद्रीय मंत्री और गणमान्य लोग मौजूद रहे.
Rathore Vs Ramesh : मीणा ने राठौड़ पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- ज्यादा पराक्रम दिखाएंगे तो पोल खोल दूंगा
पूर्व पंचायती राज मंत्री और वर्तमान पंचायती राज मंत्री में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर 'जुबानी जंग' चल रही है. एक तरफ उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का आरोप है कि सपोटरा विधानसभा में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए. इसके जवाब में मीणा ने आरोप लगाते हुए कहा (Ramesh Meena targets Rajendra Rathore) कि जब राठौड़ पिछली सरकार में पंचायती राज मंत्री थे, तब उन्होंने नागौर में भ्रष्टाचार की रिपोर्ट को दबाया था.
स्वर्गीय गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी लाल बैंसला की अस्थि कलश विसर्जन यात्रा 17 अगस्त से निकाली (Kirodil Bainsla Ashes Yatra) जाएगी. किरोड़ी बैंसला के पुत्र विजय बैंसला के अनुसार, यात्रा 25 दिन के दौरान करीब 75 विधानसभा क्षेत्रों से निकलेगी. 10 सितंबर को यात्रा पुष्कर पहुंचेगी, जहां अस्थि कलश का विसर्जन किया जाएगा.
BJP Strategy : प्रमुख पदों पर जाट समाज को प्राथमिकता, क्या इन क्षेत्रों में पार्टी हो पाएगी मजबूत ?
भाजपा ने जाट समाज को वोट के रूप में अपने पक्ष में करने के लिए महत्वपूर्ण पदों पर जाट नेताओं को बिठाया है. इनमें प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, केंद्र में मंत्री कैलाश चौधरी और अब उपराष्ट्रपति पद पर जगदीप धनखड़ को पहुंचाया है. इन बड़े पदों पर इन तीन जाट (BJP position in Jat dominated areas) नेताओं को प्रतिनिधित्व देकर सियासी मैसेज दिया है. लेकिन देखना होगा कि आने वाले समय में बीजेपी की ये रणनीति कितनी कारगर साबित होगी.
Lord Shiva Statue : राजस्थान में यहां है एशिया की दूसरी सबसे बड़ी नीलकंठ महादेव की प्रतिमा...
चूरू से करीब 12 किलोमीटर दूर बिसाऊ में नीलकंठ महादेव की 132 फीट ऊंची प्रतिमा सावन माह में भक्तों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई (132 feet tall Lord Shiva statue in Churu) है. दावा किया जाता है कि नीलकंठ महादेव की ये प्रमिमा एशिया की दूसरी सबसे बड़ी प्रतिमा है. इस मंदिर का क्षेत्रफल दो जिलों को कवर करता है.