जयपुर. महुआ में पुजारी शंभू दयाल की मौत के मामले में चल रही सियासत भले ही सरकार से वार्ता के बाद थम गई हो, लेकिन इस पूरे घटनाक्रम को लेकर राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग का हस्तक्षेप अब भी जारी है. अब मानवाधिकार आयोग ने पुलिस से इस मामले में तीन सवालों का जवाब मांगा है, जो पुजारी शंभू दयाल के शव और इस पूरे प्रदर्शन से जुड़े हैं.
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आयोग ने गृह विभाग और पुलिस ने जो सवाल किए हैं उनमें...
- इस पूरे घटनाक्रम में प्रदेश सरकार पुलिस विभाग और निजी व्यक्तियों में से कौन कौन जिम्मेदार है और उस पर अब तक क्या कार्रवाई हुई ?
- प्रदेश सरकार को इस पूरे घटनाक्रम से कितने राजस्व की हानि हुई और दोषियों से कितनी राशि वसूल की जानी चाहिए ?
- ऐसी घटना भविष्य में ना हो इसके लिए क्या किया जाना चाहिए ?
इसके अलावा पिछले दिनों जो निर्देश मानवाधिकार आयोग सदस्य जस्टिस महेश चंद शर्मा ने गृह विभाग और पुलिस प्रशासन को दिए थे उसका भी जवाब पुलिस ने आयोग को दे दिया है. जिसमें बताया गया है कि पुजारी शंभू को लेकर दर्ज मामलों की जांच जारी है पूरे प्रकरण में पुलिस की लापरवाही से जुड़े विषय पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से जांच भी करवाई जा रही है. अब इस पूरे मामले पर आयोग आगामी 26 अप्रैल को सुनवाई करेगा.