जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार ने अपने कार्यकाल के 3 वर्ष (gehlot government third anniversary) पूरे कर लिए हैं. इन 3 सालों में खेल विभाग में खेल की व्यवस्था से लेकर खिलाड़ियों के संबंध में काफी कुछ बदला है जहां खिलाड़ियों को आउट ऑफ टर्न पॉलिसी के तहत सरकारी विभागों में नौकरियां दी गईं तो वहीं ओलंपिक और पैरा ओलंपिक खिलाड़ियों के लिए प्रदेश की सरकार ने इनामी राशि भी दोगुनी कर दी ताकि खेलों के प्रति युवाओं में रुचि बढ़े.
खेल विभाग के मुखिया और प्रदेश के खेल मंत्री अशोक चांदना ने (rajasthan sports minister ashok chandana special conversation) इस मौके पर ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया कि खिलाड़ियों के लिए आउट ऑफ टर्न पॉलिसी के तहत सरकारी नौकरियां प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की दूरदर्शिता का परिणाम हैं. उन्होंने कहा कि खेल और खिलाड़ियों से जुड़ी जो घोषणाएं सरकार की ओर से की गई थी उन्हें धीरे-धीरे पूरा किया जा रहा है. इन 3 सालों की बात करें तो राज्य के खिलाड़ियों और खेल को लेकर सरकार ने विशेष ध्यान दिया है.
पढ़ें.Gehlot Government Third Anniversary: आज 12 विभागों के 1472 कार्यों का हुआ लोकार्पण और शिलान्यास
182 खिलाड़ियों को मिली नौकरी
खेल मंत्री अशोक चांदना ने बताया कि आउट ऑफ टर्न पॉलिसी के तहत प्रदेश के 182 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी का तोहफा दिया गया है जिसके तहत खिलाड़ियों को पुलिस विभाग में डीवाईएसपी, वन विभाग में एसीएफ से लेकर अन्य विभागों में नौकरियां दी गईं हैं. इसके अलावा सरकार ने ओलंपिक खेलों की तैयारी करने वाले खिलाड़ियों को पांच लाख रुपए की प्रशिक्षण राशि देने की घोषणा भी की गई है. वहीं प्रदेश के राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों के टीए और डीए में भी बढ़ोतरी लंबे समय बाद की गई है. मंत्री चांदना ने बताया कि प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए हाई परफॉर्मेंस ट्रेनिंग एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर तैयार किया गया है जिसकी सौगात जल्द ही खिलाड़ियों को दी जाएगी.