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Rajasthan SOG in Action: चाइल्ड पॉर्नोग्राफी के आरोप में एसओजी ने एक युवक को किया गिरफ्तार

नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल की ओर से मिली शिकायत पर राजस्थान एसओजी ने कार्रवाई करते हुए चाइल्ड पोर्नोग्राफी (child pornography) के आरोप (One arrested for child pornography in jaipur) में जयपुर से एक 22 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है.

SOG arrested a young man for child pornography
जयपुर में चाइल्ड पॉर्नोग्राफी के आरोप में एसओजी ने युवक को किया गिरफ्तार

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Published : Dec 7, 2021, 9:03 PM IST

जयपुर.राजस्थान एसओजी ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए चाइल्ड पोर्नोग्राफी (One arrested for child pornography in jaipur) के आरोप में राजधानी से एक 22 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है. दरअसल नेशनल साइबर क्राईम रिर्पोटिंग पोर्टल की ओर से एसओजी को चाइल्ड पोर्नोग्राफी की एक शिकायत प्राप्त हुई थी. इसपर मंगलवार को कार्रवाई की गई.

राजस्थान एसओजी नेशनल साइबर क्राइम रिर्पोटिंग पोर्टल से प्राप्त होने वाली शिकायतों में सोशल मीडिया अकाउंट से जुड़ी हुई चाइल्ड पोर्नोग्राफी के मामलों की जांच करती है. जांच में मामला सही पाए जाने पर संबंधित आरोपी को गिरफ्तार किया जाता है. इसी क्रम में दिल्ली से भेजी गई शिकायत की जांच में प्रकरण चाइल्ड पोर्नोग्राफी का पाए जाने पर एसओजी ने टेक्निकल इनपुट के आधार पर जयपुर के कालवाड़ इलाके से आरोपी खुशवेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया है.

पढ़ें.जयपुर में जानलेवा हमला : इलाज के दौरान युवक की मौत, तीन आरोपी गिरफ्तार

एसओजी टीम ने आरोपी के पास से चाइल्ड पोर्नोग्राफी देखने और प्रसारित करने में प्रयुक्त मोबाइल फोन और सिम कार्ड भी बरामद किया है. एसओजी की जांच में घटना से संबंधित सोशल मीडिया अकाउंट और ईमेल आईडी आरोपी से बरामद किए गए मोबाइल से ही ऑपरेट किया जाना पाया गया है. आरोपी ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी की वीडियो सोशल मीडिया पर किन-किन लोगों के साथ शेयर की हैं, इस संबंध में एसओजी की ओर से अनुसंधान किया जा रहा है.

राजस्थान एसओजी को मासूम बच्चों से जुड़ी अश्लील सामग्री से संबंधित जानकारी नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के जरिए मिलती है. जब भी सोशल मीडिया पर बच्चों के संबंध में कोई अश्लील सामग्री मिलती है तो उसे एक विशेष सॉफ्टवेयर के जरिए ऑटोमेटिक डिटेक्ट कर लिया जाता है.

साथ ही उसे रेड फ्लैग करके उसे अपलोड करने वाले व्यक्ति के आईपी ऐड्रेस को नोट कर उसकी जानकारी एसओजी के साथ साझा की जाती है. इसके बाद एसओजी की साइबर टीम प्राप्त हुई शिकायत के आधार पर जांच करती है और मामला चाइल्ड पॉर्नोग्राफी का पाए जाने पर कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार करती है.

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