जयपुर. मानव संसाधन और रखरखाव सेवाओं से सेवाएं देने वाली कंपनी को पंजीयन नहीं करवाना भारी पड़ गया. एसजीएसटी को वसूली के मामले में बड़ी सफलता मिली है. एसजीएसटी 4.25 करोड़ रुपए की वसूली करेगा. कंपनी से अब तक 1.5 करोड़ रुपए की वसूली की जा चुकी है. शेष राशि भी जल्द वसूल की जाएगी.
राज्य में टोल कंपनियों के लिए सेवा देने वाली कंपनी की बड़ी चूक सामने आई है. कंपनी दिल्ली की बताई जा रही है. कंपनी राज्य में बिना पंजीयन करवाए ही राज्य के टोल नाकों पर सुविधाएं दे रही थी, जबकि राज्य में सुविधाएं देने के लिए स्टेट जीएसटी चुकाना होता है. लेकिन कंपनी राज्य में देय जीएसटी का भुगतान भी दिल्ली में कर रही थी. एसजीएसटी जयपुर टीम ने कंपनी की बड़ी गड़बड़ी पकड़ी है, जो वित्तीय वर्ष 2017-18 से ही गड़बड़ी हो रही थी.
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वित्तीय वर्ष के देय 1.15 करोड रुपए कंपनी ने एसजीएसटी जमा करवा दिया है. शेष बची जीएसटी राशि भी शीघ्र जमा कराने के लिए कंपनी ने वादा किया है. एसजीएसटी के अधिकारी अन्य सेवा प्रदाताओं की भी जांच में जुटे हुए हैं. किसी भी राज्य सेवा प्रदाता को एसजीएसटी चुकाना भी अनिवार्य होता है.