जयपुर. राजस्थान जनसंख्या समाधान फाउंडेशन (Rajasthan Population Solution Foundation news) ने शनिवार को जयपुर में प्रदेशस्तरीय बैठक का आयोजन किया. फाउंडेशन युवा परिषद की हुई बैठक में एक मुहिम (campaign) चलाने का फैसला लिया गया है. इस मुहिम के माध्यम से प्रदेश के हर गांव-शहर में घर-घर जाकर जनसंख्या नियंत्रण कानून (population control law) लागू करवाने और इसे लेकर आमजन को जागरूक करने का कार्य किया जाएगा.
दरअसल, राजस्थान जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की युवा इकाई की ओर से शनिवार को एक बैठक का आयोजन किया गया. इसमें प्रदेशभर से पदाधिकारी शामिल हुए. बैठक में फाउंडेशन के प्रदेशाध्यक्ष नारायणराम चौधरी, प्रदेश संयोजक सुमन शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री कुलभूषण बैराठी और प्रभारी ललित सिंह तालेड़ा ने अपने संबोधन में जनसंख्या वृद्धि के नुकसान और जनसंख्या नियंत्रण के फायदे बताएं हैं.
जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू करने के लिए गांव-ढाणी तक मुहिम चलाएगा जनसंख्या नियंत्रण फाउंडेशन पढ़ें. Jaisalmer Indian Army Exercise : भारतीय सेना ने साबित किया- कम समय में और सीमित स्थान पर बड़ा युद्ध लड़ने में हम सक्षम
युवा परिषद के प्रदेश संयोजक राजेश गुर्जर ने बताया कि जनसंख्या विस्फोट एक बड़ी और विकट चुनौती है. जिससे हमारा प्रदेश और देश प्रभावित हो रहा है. उसी को ध्यान में रखते हुए जनसंख्या समाधान फाउंडेशन राजस्थान की युवा इकाई की ओर से जनसंख्या नियंत्रण कानून (population control law) की मांग को लेकर बैठक का आयोजन किया है. इसमें प्रदेशभर से युवा शामिल हुए हैं.
बैठक के माध्यम से एक रणनीति तय की जा रही है की आने वाले समय में जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर प्रदेशभर में जन-जागरण अभियान (Public Awareness Campaign) चलाया जाएगा. इसके तहत सभी जिलों के गांवों-कस्बों में इस आवाज को बुलंद किया जाएगा. इसके साथ ही मांग की जाएगी कि संसद में जनसंख्या नियंत्रण कानून लाया जाए. आज विश्व के सामने जो चुनौतियां बनी हुई हैं. उन्हें रोकने में जनसंख्या नियंत्रण कानून काफी सहायक साबित होगा.
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उन्होंने कहा कि तीन तलाक कानून (triple talaq law) लागू किया गया. जम्मू-कश्मीर से धारा 370 (Article 370) हटाई गई. राममंदिर का निर्माण (Ram temple construction) शुरू हुआ. ऐसे में क्या जनसंख्या नियंत्रण कानून (population control law) लागू नहीं किया जा सकता. यह भी हो सकता है.
लेकिन इसके लिए एक देशव्यापी आंदोलन (nationwide movement) की आवश्यकता है. इसलिए राजस्थान से इसका आगाज किया जाएगा. आगामी दिनों में हर संभागवार सम्मेलन और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन कर इस मुहिम को बल दिया जाएगा.