जयपुर. ईस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना को अब तक मंजूरी नहीं मिलने को राजस्थान कांग्रेस ने मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है. यही कारण है कि राजस्थान के इस परियोजना से प्रभावित होने वाले सभी 13 जिलों में कांग्रेस पार्टी की ओर से केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के खिलाफ (Congress Targeted BJP on ERCP) प्रदर्शन किए गए और इस्तीफे की मांग की गई. इस दौरान कार्यक्रम में जयपुर जिला अध्यक्ष और मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, जलदाय मंत्री महेश जोशी, उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र यादव, विधायक इंद्राज गुर्जर और कांग्रेस पदाधिकारी सीताराम अग्रवाल, ललित तुनवाल और जसवंत गुर्जर समेत जयपुर कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद रहे.
इस दौरान मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि हम जानते हैं कि ईआरसीपी प्रोजेक्ट को लेकर कांग्रेस के कहने पर गजेंद्र सिंह इस्तीफा नहीं देंगे, लेकिन राजस्थान की जनता में इस बात का रिएक्शन है कि 13 जिलों को पानी की परियोजना देना और पानी मांगना कोई अपराध नहीं है. प्रधानमंत्री की इस परियोजना वाले बयान का वीडियो सामने आने के बाद भाजपा को यह बताना चाहिए कि अब तक इस परियोजना को (National Project Status Demand for ERCP) राष्ट्रीय परियोजना क्यों नहीं घोषित किया गया.
कांग्रेस नेताओं ने क्या कहा... 11 राज्यों के सामने केंद्रीय मंत्री को कैसे कहता कि आप झूठ बोल रहे हैं ? ईस्ट राजस्थान कैनाल परियोजना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जयपुर और अजमेर में दिए गए भाषणों का जिक्र अक्सर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने भाषणों में करते रहे हैं. यही जिक्र राजस्थान के पीएचईडी मंत्री महेश जोशी ने भी जल जीवन मिशन को लेकर 11 राज्यों के सेमिनार के दौरान कर दिया. जिस पर महेश जोशी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच (clashes between union minister shekhawat and mahesh joshi) नोकझोंक हो गई.
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इस नोकझोंक के बीच गजेंद्र सिंह शेखावत ने यहां तक कह दिया कि अजमेर में अगर प्रधानमंत्री ने एक भी शब्द इस परियोजना को लेकर कहा है तो वह राजनीति छोड़कर संन्यास ले लेंगे, नहीं तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और महेश जोशी इस्तीफा दें. अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हों या मंत्री महेश जोशी, उन्हें राजस्थान कांग्रेस का भी साथ मिल गया है. कांग्रेस पार्टी की ओर से भी बुधवार को केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का इस्तीफा (Congress Demanded Jal Shakti Minister Shekhawat Resignation) मांगा गया.
इस दौरान इस मुद्दे में शामिल रहे महेश जोशी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जनहित के हर मुद्दे पर एक है. जल शक्ति मंत्री ने बेवजह इस्तीफे की बात कही. जोशी ने कहा कि हमारे लिए ईस्टर्न राजस्थान कैनाल परियोजना जनहित का मुद्दा है. हम इससे पीछे नहीं हटेंगे और जब जल शक्ति मंत्री यह कहते हैं कि हमारी कथनी और करनी में फर्क (Mahesh Joshi Alleged Union Minister Gajendra Singh) नहीं है तो उन्होंने जो कहा उस पर कायम रहते हुए शेखावत को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए.
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इसके साथ ही महेश जोशी ने कहा कि उस दिन कार्यक्रम के दौरान मैं जानता था कि गजेंद्र सिंह ने गलत बात कही है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वीडियो मेरे पास थे. राजस्थान में क्योंकि मेहमाननवाजी की परंपरा है और मेहमानों को सम्मान देने की परंपरा है. इसलिए मैं मेरे विभाग को लेकर हो रही 11 राज्यों की कार्यशाला जिसका राजस्थान होस्ट था, उसमें कैसे यह बात बोल सकता था. जबकि हकीकत यह है कि जब मुख्यमंत्री कोई बात बोलते हैं तो वह बिना कन्फर्मेशन के नहीं बोलते और मुख्यमंत्री के कहे अनुसार ही मैंने यह बात रखी थी, जिस पर गजेंद्र सिंह आवेश में आ गए. अब जब गजेंद्र सिंह शेखावत आवेश में आ ही गए हैं तो उन्हें या तो इस्तीफा देना चाहिए या फिर ईआरसीपी परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दिलाना चाहिए.