जयपुर. राजस्थान की राजनीति में पिछले एक महीने का समय बीत चुका है, लेकिन प्रदेश में जारी सियासी संग्राम खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. सियासत के मैदान में शुरू हुई नूरा कुश्ती हर दिन नई करवट लेती जा रही है. इस सियासी उठापटक के बीच पहले गहलोत सरकार ने अपने समर्थित विधायकों की बाड़ेबंदी की. अब इसके बाद भाजपा ने भी अपने विधायकों के बाड़ेबंदी कर रही है. जोधपुर और उदयपुर संभाग के करीब 12 विधायकों को घूमने के नाम पर गुजरात भेजा गया है. सियासी संग्राम के बीच शनिवार को क्या कुछ रहा खास, देखें ये रिपोर्ट...
उदयपुर के 5 भाजपा विधायक पहुंचे गुजरात
राजस्थान में चल रहे सियासी घमासान की हलचल अब उदयपुर पहुंच चुकी है. आलाकमान के आदेश के बाद उदयपुर के 5 भाजपा विधायकों को गुजरात के गांधीनगर के एक निजी रिसोर्ट में शिफ्ट कर दिया गया है. इनमें उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलचंद मीणा, मावली विधायक धर्म नारायण जोशी, सलूंबर विधायक अमृत लाल मीणा, गोगुंदा विधायक प्रताप गमेती झाड़ोल और विधायक बाबू लाल खराड़ी शामिल हैं. इन सभी विधायकों की मॉनिटरिंग उदयपुर के मावली विधायक धर्म नारायण जोशी कर रहे हैं.
गुजरात के लिए रवाना 6 और विधायक, करेंगे सोमनाथ के दर्शन
अजमेर और बीकानेर संभाग के 6 भाजपा विधायक जयपुर से निजी एयरक्राफ्ट के जरिए गुजरात के पोरबंदर के लिए रवाना हुए. जयपुर से गुजरात जाने वाले विधायकों में अजमेर संभाग से आने वाले गोपीचंद मीणा, जब्बार सिंह सांखला और गोपी लाल शर्मा शामिल हैं. इसके साथ ही बीकानेर संभाग से आने वाले गुरदीप सिंह शाहपनी और धर्मेंद्र कुमार मोची शामिल है. भाजपा विधायक निर्मल कुमावत के नेतृत्व में इन सभी विधायकों को भेजा गया है.
हां गुजरात गए हैं हमारे विधायकः सतीश पूनिया
ईटीवी भारत से खास बातचीत में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने विधायकों के गुजरात जाने की बात स्वीकार कर ली. साथ ही उन्होंने कहा कि सियासी उठापटक के बीच अब प्रदेश सरकार के ठेकेदार सक्रिय हो गए हैं, जिसके चलते भाजपा ने यह कदम उठाया है.
विधायकों को एकजुट रखना हमारी जिम्मेदारीः कटारिया
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि विधायकों को संभालकर एकजुट रखना हमारी जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि भाजपा का कौन विधायक कहां है और क्या कर रहा है? इन तमाम चीजों की जानकारी हमें है और वे लगातार हमारे संपर्क में भी हैं. लेकिन वे सुरक्षित और एकजुट रहें, यह अभी पहली प्राथमिकता है.
पूनिया और राठौड़ खुद को बड़ा नेता साबित करना चाह रहेः खाचरियावास
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि भाजपा के विधायकों में असंतोष है, ऐसे में सतीश पूनिया और राजेंद्र राठौड़ अगर वसुंधरा राजे से जाकर मिल ले तो यह परेशानी ही खत्म हो जाएगी. पूनिया और राठौड़ वसुंधरा राजे से चर्चा किए बगैर खुद को बड़ा नेता साबित करने के लिए दिल्ली को यह सपने दिखा रहे हैं कि 22 बागी विधायक हमारे साथ हैं और वसुंधरा राजे का जमाना गया.