जयपुर.राजस्थान में लगातार सियासी उठापटक (Rajasthan political crisis) जारी है. इस बीच गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी सहित तमाम कांग्रेस के बड़े नेताओं पर निष्ठा जाहिर की. उन्होंने साथ में यह भी कहा कि लोकतंत्र में जिसके पास बहुमत है उसकी बात सुनी जाती है. कल वो सीएम बन गए तो वो हमें चुन-चुन कर मारेंगे.
खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान में एक बार फिर हार्स ट्रेडिंग का खेल शुरू हो चुका है. जांच एजेंसियां राजस्थान में सक्रिय हो चुकी हैं. पहले भी हम 35 दिन बाड़ेबंदी में रहे. हमें भरोसा है कि सोनिया गांधी हमारे साथ इंसाफ करेंगी. खाचरियावास ने कहा कि हमारे विधायकों ने कोई विद्रोह नहीं किया है. सिर्फ प्रेसर दिया कि हमारी बात सुनी जाए. दो साल पहले सियासी संकट के वक्त सोनिया के कैंप छोड़ कर जो बीजेपी में शामिल हुए थे, उनमें से कोई मुख्यमंत्री नहीं बने. जो लोग कांग्रेस के साथ ही षड़यंत्र में शामिल थे उनकी बात नहीं सुनी जाए.
मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास. खाचरियावास ने कहा कि कल वो मुख्यमंत्री बन गए तो हमें चुन-चुन का मारा (Khachariyawas on Rajasthan political crisis) जाएगा. उस समय बड़ी मुश्किल से सरकार बची थी. अगर आज सरकार को बचाने के लिए जो 102 विधायक लड़े हैं, उन्हें छोड़कर अगर किसी और को मुख्यमंत्री बनाया जाता है. तो वे कल हमें बाहर निकाल देंगे. वह हमें अंदर नहीं घुसने देंगे. राजस्थान में कांग्रेस की स्थिति सबसे मजबूत है. लेकिन इस फैसले से हम मात खा सकते हैं. यह सब विधायक समझते हैं.
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परिवार में छोटे-मोटे झगड़े होते रहते हैं :कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास मंगलवार (Khachariyawas expressed Faith in Congress) को मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान उन्होंने बीजेपी को जम कर आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि पूरे देश में राजस्थान चर्चा का विषय बन गया है. भाजपा के नेता बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं. बीजेपी के झूठ और अन्याय के खिलाफ राहुल गांधी पदयात्रा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि छोटे-मोटे झगड़े हर परिवार में होते हैं. ये हमारे परिवार का (Khachariyawas Slams BJP Party) मसला है, बीजेपी को इससे दूर ही रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने तो सिर्फ षड्यंत्र की राजनीति की है. वह सिर्फ देश में लोकतंत्र में चुनी हुई सरकार को गिराने के लिए काम कर रही है. राजस्थान मजबूत था, इसलिए भाजपा यहां कामयाब नहीं हो सकी. राजस्थान में भी उनकी निगाहें लगातार बनी हुई हैं.
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लोकतंत्र में बहुमत की सुनी जाती है :खाचरियावास ने कहा कि हमारी निष्ठा कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी सहित तमाम बड़े नेताओं के प्रति है. लेकिन लोकतंत्र में फैसला नम्बर गेम से होता है. 102 विधायक जिसके साथ होता था उसकी बात सुननी चाहिए या फिर जिनके साथ 18 विधायक हैं, उनको महत्व मिलना चाहिए. कल को अगर इनमें से सीएम बनते हैं तो वह हमें चुन चुन कर मारेंगे.
अफवाह में आगए इसलिए गुस्सा आगया :खाचरियावास ने कहा कि जिस तरह से चर्चाएं सामने आई और अचानक अफवाह फैली कि सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है. विधायकों में इस बात को लेकर गुस्सा था. आनन-फानन में विधायक दल की बैठक बुलाई गई. जिन लोगों ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार गिराने का प्रयास किया, उनमें से कुछ लोगों को मंत्री बना दिया गया. अब सीएम भी बनाया जा रहा है. इसलिए विधायक अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए शांति धारीवाल के घर पहुंचे थे. लोकतंत्र में अपनी आवाज बुलंद करना कोई गुनाह नहीं है.
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धारीवाल, गुढ़ा पर खामोशी:शांति धारीवाल के अजय माकन पर षड्यंत्र का आरोप लगाने के सवाल पर प्रताप सिंह खाचरियावास ने धारीवाल को सीनियर नेता बताते हुए बात बदल दी. उन्होंने कहा कि उनके किसी भी बयान पर वह अपनी प्रतिक्रिया नहीं दे सकते. वहीं जब राजेंद्र गुढ़ा के धारीवाल पर लगाए गए आरोपों पर सवाल किया तो उन्होंने यह कहते हुए बात को पलट दिया कि वह हमारे मित्र हैं. उन्होंने क्या कहा, क्या नहीं इसका जवाब तो सिर्फ वही दे सकते हैं.