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BJP बेशर्मी से सरकार गिराने की साजिश कर रही हैः CM गहलोत

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Published : Aug 3, 2020, 8:42 PM IST

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कहा कि हमारे विधायकों को रक्षाबंधन पर घर जाने से वंचित होना पड़ा, इसका हमें दुख है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र बचाने के लिए सब कुछ किया जा रहा है. राजस्थान में इतना बड़ा गेप है फिर भी बेशर्मी से सरकार गिराने की साजिश हो रही है. गहलोत ने कहा कि षड्यंत्र में 3 मंत्री ही नहीं कई और लोग भी शामिल हैं.

Gehlot targeted the BJP,  Jaipur News
सीएम अशोक गहलोत

जयपुर.सीएम अशोक गहलोत सोमवार को जयपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राजस्थान में इतना बड़ा अंतर है, फिर भी बेशर्मी से सरकार गिराने की साजिश हो रही है. हमारे पास 122 विधायक होने के बावजूद भी धन बल से सरकार गिराने की कोशिश हो रही है. उन्होंने कहा कि मैं नहीं समझता कि जनता की नजर से कोई बचेगा, एक दिन जीत सच्चाई की होगी. उन्होंने कहा कि दुख इस बात का है कि हमारे विधायकों को रक्षाबंधन पर घर जाने से वंचित होना पड़ा.

'लोकतंत्र बचाने के लिए सब कुछ किया जा रहा है'

गहलोत ने कहा कि षड्यंत्र में 3 मंत्री ही नहीं बल्कि और लोग भी शामिल हैं. राजस्थान की परंपराओं को तोड़कर और लोगों का मिजाज भूलकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सरकार गिराने की साजिश की. उन्होंने कहा कि जनता ऐसे व्यक्ति को कभी माफ नहीं करेगी. दुख इस बात का है उनका खुद का नाम संजीवनी स्कैम में है, छापा तो उनके यहां पर पड़ना चाहिए था. इस खेल को बीजेपी को बंद करना चाहिए.

'राजस्थान के घर-घर में आक्रोश है'

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान के घर-घर में आक्रोश है. आने वाले समय में ऐसे नेताओं के प्रति विश्वास में कमी आएगी. इतने दिन इन विधायकों ने कोई शिकायत नहीं की, सरकार के काम से सारे विधायक संतुष्ट थे. लेकिन अब बाड़ाबंदी में बैठकर सरकार की आलोचना कर रहे हैं, जनता ऐसे लोगों को माफ नहीं करेगी.

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सीएम गहलोत ने कहा कि हमारे पास 122 विधायक थे और भाजपा के पास सिर्फ 73 विधायक है, उसके बाद भी उन्होंने धन बल के आधार पर सरकार गिराने की साजिश रची है. उन्होंने कहा कि अभी भी टेलीफोन आ रहे हैं और क्या-क्या नहीं कहा जा रहा, सब हमारी जानकारी में है. यह खेल पूरा देश देख रहा है.

'केंद्रीय मंत्री को थोड़ा धैर्य रखना चाहिए था'

'केंद्रीय मंत्री को थोड़ा धैर्य रखना चाहिए था'

गहलोत ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने जो खेल किया है, उनको थोड़ा धैर्य रखना चाहिए था. वह तो पूरे मैदान में ही कूद पड़े. राजस्थान की परंपराओं, लोगों और राजनेताओं के मिजाज को भूल गए. उन्होंने कहा कि वे नए-नए एमपी बन गए, फिर जल्द ही केंद्र में मंत्री बनने का चांस मिल गया है, इसलिए उनको जल्दीबाजी हो गई.

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उन्होंने कहा कि उनका नाम संजीवनी सोसाइटी स्कैम में फंसा हुआ है, छापा तो उनके यहां पड़ना चाहिए था. उन्होंने कहा कि देश में सीबीआई औ ईडी को लेकर जो हालात बन गए हैं, यह बहुत दुखद और डरावने हैं. यहा सब लोग डरे हुए हैं. गहलोत ने कहा कि ऐसे में लोग कब तक बर्दाश्त करेंगे, लोग सड़कों पर आ जाएंगे. भाजपा को समझना पड़ेगा और खेल को बंद करना पड़ेगा.

'कोविड-19 की सबसे अच्छी लड़ाई राजस्थान ने लड़ी है'

गहलोत ने कहा कि कोविड-19 में सबसे अच्छी लड़ाई लड़ी राजस्थान ने लड़ी है और प्रधानमंत्री ने भी इसकी प्रशंसा की है. उन्होंने कहा कि आजीविका बचाने का काम राजस्थान सरकार ने किया है और यह सबके सहयोग से हुआ है. उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है कि 2 दिन तक प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से संवाद करें, क्योंकि एक दिन के सम्मेलन में सिर्फ 8-10 मुख्यमंत्री ही बोल सकते हैं. लेकिन यदि 2 दिन तक सम्मेलन होता है, तो उसमें सबको बोलने का मौका मिलेगा.

'आलाकमान का फैसला हम जैसे सिपाही को मंजूर होता है'

बागी विधायकों को लेकर गहलोत ने कहा कि मैं तो उनके बारे में एक बात ही कहूंगा कि यह फैसले हम तो करते नहीं हैं. उनका किनसे संपर्क है यह मुझे पता नहीं है. आलाकमान जो फैसला करता है, हम जैसे सिपाही को तो वह मंजूर होता है. सीएम गहलोत ने कहा कि बागी विधायकों के प्रेम में कमी आएगी.

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