जयपुर. राजस्थान मदरसा पैरा टीचर्स, राजीव गांधी पैराटीचर्स और शिक्षाकर्मी लंबे समय से नियमितीकरण को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. इन्हें नियमित करने को लेकर शमशेर भालू खान ने चूरू से दांडी यात्रा निकाली थी. शमशेर इस यात्रा के संयोजक हैं. इस दांडी यात्रा को सरकार से वार्ता करने के लिए दो बार स्थगित भी किया गया, दोनों ही बार इनकी सरकार से वार्ता नहीं हुई है. इसके कारण राजस्थान मदरसा पैराटीचर्स, राजीव गांधी पैराटीचर्स और शिक्षाकर्मियों में आक्रोश व्याप्त है. शमेशर ने अब मांगें नहीं मानने पर इस्तीफा देने की बात कही है.
शमशेर ने बताया कि लिखित समझौते के तहत 30 सितंबर तक इनकी नियुक्ति आदेश जारी किए जाने थे, लेकिन सरकार ने इसमें धोखेबाजी की और नियुक्ति आदेश जारी नहीं किया. इसके बाद 15 अक्टूबर से शहीद स्मारक पर आंदोलन किया जा रहा है और शमशेर छह दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं. इनके साथ अमान सिंह भी आमरण अनशन पर बैठे थे, जिनकी सोमवार रात तबीयत खराब हो गई और उन्हें एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. अमान सिंह अब फिर आन्दोलन में शामिल हो गए.