जयपुर. राजस्थान के 4 जिलों श्रीगंगानगर, बारां ,करौली और कोटा (Rajasthan Panchayat Election 2021) के प्रमुख और प्रधान आज चुने जायेंगे. लेकिन अब तक कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों के नाम जाहिर नहीं किए (Names of candidates for zila pramukh and pradhans yet to be declared by Congress) हैं. मुश्किलातें कई हैं. संकट जोड़-तोड़ का भी है. गंगानगर में पूर्व सांसद शंकर पन्नू और एआईसीसी (AICC Secretary Kuldeep Indora) सचिव कुलदीप इंदौरा आमने-सामने हैं. दूसरी ओर मंत्री प्रमोद जैन भाया की पत्नी उर्मिला जैन को जिला प्रमुख बनाने के लिए भी भाजपा में तोड़फोड़ की जरूरत पड़ेगी.
राजस्थान में चार जिलों श्रीगंगानगर, बारां ,करौली और कोटा जिलों में जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों (Rajasthan Panchayat Election 2021) के परिणाम जारी होने के बाद आज इन 4 जिलों में चार जिला प्रमुख और 30 प्रधान चुने जाएंगे. सत्तारूढ़ दल कांग्रेस की बात की जाए तो भाजपा की ही तरह अब तक कांग्रेस पार्टी की ओर से भी प्रत्याशियों के नाम घोषित नहीं (Names of candidates for zila pramukh and pradhans yet to be declared by Congress) किए गए हैं.
पढ़ें- Panchayat Election 2021 Boycott In kota: कोटा में ग्रामीणों ने किया मतदान का बहिष्कार, ग्रामीणों की मांग चंबल नदी के नजदीक सुरक्षा दीवार बने
गंगानगर में कांग्रेस की माथापच्ची
सबसे ज्यादा माथापच्ची कांग्रेस पार्टी में गंगानगर जिले में हो रही है.जहां कांग्रेस पार्टी के पास 17 जिला परिषद सदस्यों के साथ पूर्ण बहुमत है, लेकिन कांग्रेस के एआईसीसी सेक्रेटरी और मध्यप्रदेश के सह प्रभारी कुलदीप इंदौरा भी जिला प्रमुख के दावेदार हैं तो दूसरी ओर पूर्व सांसद शंकर पन्नू भी जिला परिषद सदस्य का चुनाव जीतकर अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. ऐसे में पार्टी के लिए समीकरण बिठाना टेढ़ी खीर है.वैसे कुलदीप इंदौरा पायलट कैम्प के माने जाते हैं तो वही शंकर पन्नू गहलोत कैंप के.
बारां में भी मुश्किल में कांग्रेस
यही हाल बारां जिले के भी हैं जहां कांग्रेस पार्टी बहुमत से एक वोट पीछे रह गई है. यहां से मंत्री प्रमोद जैन भाया की पत्नी उर्मिला जैन जिला प्रमुख के लिए दावेदारी जता रही हैं, लेकिन अगर उन्हें टिकट मिल भी जाता है इसके बाद भी कांग्रेस पार्टी को भारतीय जनता पार्टी के जिला परिषद सदस्यों में सेंध लगानी होगी. तभी जाकर बारां में जिला प्रमुख कांग्रेस का बन सकता है.
कोटा और करौली का हाल
कोटा जिले में कांग्रेस पार्टी बहुमत से काफी पीछे है ऐसे में कोटा में पार्टी उम्मीदवार भी उतारेगी या नहीं यह तय नहीं है.तो वही करौली जिला परिषद में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला है. वहां भी अभी पार्टी को दावेदार घोषित करना है.