जयपुर.राजस्थान इन्वेस्ट समिट के पहले दिन जाने-माने उद्योगपति गौतम अडानी की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंच से जमकर (Gehlot Praises Gautam Adani) तारीफ की. अपने संबोधन के दौरान गहलोत ने अडानी की तरफ से राजस्थान में किए जा रहे निवेश को लेकर भविष्य की संभावनाओं पर भी बात की. अपने भाषण के दौरान कई बार गहलोत ने गौतम अडानी को 'भाई' कहकर संबोधित किया. मुख्यमंत्री का यह संबोधन शुक्रवार शाम से अगले दिन तक सोशल मीडिया पर भी चर्चा का मुद्दा बना रहा.
गहलोत ने गौतम अडानी को कहा कि आप बधाई के पात्र हैं, क्योंकि आप दुनिया के टॉप दो अमीर लोगों में शुमार हैं. उन्होंने निवेश (Gautam Adani in Rajasthan invest summit) और व्यापार को लेकर गुजरात और गुजरातियों पर भी बात की और कहा कि गुजरात में शुरुआत से ही निवेश का माहौल रहा है. देश के जाने माने उद्योगपति गुजरात से आए हैं, इसी फेहरिस्त में अब गौतम भाई अडानी का नाम भी शामिल हो चुका है. लिहाजा गौतम भाई को भी राजस्थान में अब निवेश की संभावनाओं के बीच प्रदेश के हौसले की तारीफ करनी चाहिए.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन्वेस्ट राजस्थान सम्मेलन के पहले दिन एक बड़ा बयान देते हुए कहा था कि उनकी सरकार देश के सभी उद्योगपतियों का राजस्थान में स्वागत करती है. फिर चाहें वह देश के बड़े उद्योगपति गौतम अडानी, मुकेश अंबानी हो या फिर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बेटा जय शाह हो. वह राजस्थान में रोजगार देने वाले और निवेश करने वाले लोगों का स्वागत करेंगे. उन्होंने कहा कि मेरी बातों को लेकर भारतीय जनता पार्टी जो मुद्दा बना रही है, मैं उसकी निंदा करता हूं. भाजपा को इस मुद्दा बनाना महंगा पड़ेगा.
बीजेपी के साथ-साथ ट्रोलर्स ने गहलोत को घेराः मन से कई बार गौतम अडानी के लिए भाई शब्द का इस्तेमाल (Gehlot trolled for Addressing Adani as Bhai) किए जाने को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सोशल मीडिया पर बीजेपी समेत अन्य लोगों ने जमकर घेरा. राहुल गांधी के पुराने भाषण का जिक्र करते हुए गौतम अडानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रिश्तो को लेकर की गई टिप्पणी के मसले पर यह सवाल उठाए गए. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने राहुल गांधी का एक पुराना 47 सेकंड का वीडियो ट्विटर पर साझा किया, तो उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी एक बयान जारी करते हुए गहलोत को घेरने की कोशिश की. राठौड़ ने सवाल उठाते हुए कहा कि चुनाव के नजदीक आते ही अशोक गहलोत की गौतम अडानी से गलबांहियां क्यों?
राहुल गांधी को देनी पड़ी सफाई इस मामले में एक तरफ राहुल गांधी ने सफाई दी, तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी विरोधियों पर जमकर निशाना साधा. गौरतलब है कि उद्योगपति गौतम अडानी ने शुक्रवार को इनवेस्ट राजस्थान 2022 समिट के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तेजी से फैसले लेने की क्षमता को सराहा था. साथ ही अडानी ने राज्य की कांग्रेस सरकार की कई सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की जमकर तारीफ की. उन्होंने आने वाले सालों में 65,000 करोड़ रुपये के निवेश और 40,000 रोजगार देने का वादा किया था.
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यह बोला था राठौड़ नेःउप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के राजकुमार राहुल गांधी बीते सालों में (BJP slams Gehlot For Praising Adani) लगातार देश के उद्योगपति गौतम अडानी को लेकर भारतीय जनता पार्टी के आलाकमान के ऊपर टीका टिप्पणी करते रहे हैं. लेकिन उन्हीं अडानी के साथ इस इन्वेस्टमेंट समिट के अंदर गलबांहियां अशोक गहलोत ने की, वो भी जग ने देखी है. ये पहली बार नहीं. राजस्थान के अंदर अब तक का सबसे महंगा कोयला इंडोनेशिया से मंगाने के लिए सिंगल टेंडर पर 1104 करोड़ रुपए का कोयला 18 हजार मैट्रिक टन के हिसाब से खरीदने का आदेश देने वाले भी अशोक गहलोत हैं, जो अडानी को दिया. इसी तरह उनके कवाई के ऊर्जा संयंत्र में कोयले की दरों के अंतर के कारण से 7400 करोड़ रुपए राजस्थान के 1 करोड़ 39 लाख उपभोक्ताओं से लगातार पांच साल (7 पैसे प्रति यूनिट) वसूलने का आदेश भी इसी सरकार ने दिया.
उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कांग्रेस को घेरा राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि इसी सरकार ने ऊर्जा संयंत्र लगाने के लिए 35 हजार हेक्टेयर से ज्यादा जमीन गौतम अडानी को दी. उन्होंने कहा कि (Rajendra Rathore on Gehlot Praising Adani) अब सवाल इस बात का है कि ये दोहरा मापदंड क्यों? राहुल गांधी कुछ कहते हैं, अशोक गहलोत कुछ कहते हैं. चुनाव के नजदीक आते ही ये गलबांहियां क्यों? ये समय बताएगा, समय की रफ्तार बताएगी. लेकिन कथनी और करनी का अंतर राजस्थान का आवाम देख रहा है, लुटते हुए राजस्थान को देख रहा है. वहीं, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने प्रदेश के मुखिया को भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी की सरकार से फोबिया हो गया है. सुबह उठते ही बीजेपी और भारत सरकार पर निशाना साधने का काम करते हैं. किसी काम में बीजेपी नेताओं का कोई लेना-देना नहीं है फिर भी सीएम कहते हैं कि वो खुद तो ये करना चाहते हैं, लेकिन बीजेपी वाले माहौल खराब करने का काम कर रहे हैं.
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अडानी भी गहलोत के मुरीदः राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट में अपने भाषण में उद्योगपति गौतम अडानी ने भी अशोक गहलोत की जमकर तारीफ की. उन्होंने एक पुराने किस्से का जिक्र करते हुए राजस्थान में अडानी ग्रुप की तरफ से किए गए सोलर इन्वेस्टमेंट पर अपना तजुर्बा साझा किया. गौतम अडानी ने बताया कि उन्होंने सोलर प्लांट को लेकर बिजली क्षेत्र में निवेश करने के लिए सीएम गहलोत से ख्वाहिश जाहिर की थी. इस मामले में सरकार की ओर से जमीन, पानी और बाकी की मंजूरियां जल्द से जल्द मिली. जिसके कारण देश में सबसे तेज रफ्तार से सोलर प्लांट लगाने का श्रेय अडानी ग्रुप को जाता है. कावई का 1,320 मेगावाट का बिजली संयंत्र महज 36 महीनों में पूरा हो गया था.
पूनिया ने भी कसा तंज : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस की सियासत यू-टर्न की है. उनकी कथनी और करनी में फर्क है. ये समझ में आती है कि किस तरीके से राहुल गांधी अडानी, अंबानी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर सवाल खड़े करते हैं. लेकिन राजस्थान का दृश्य बिल्कुल विपरीत है. अशोक गहलोत यहां अडानी के लिए रेड कारपेट बिछाते हैं. क्योंकि अडानी राजस्थान में निवेश लेकर आए हैं. इसलिए आज अडानी उनके लिए इतने महत्वपूर्ण हो गए और उनके आलाकमान उसके विपरीत चलते हैं. यही कांग्रेस की कथनी और करनी का फर्क है. पूनिया ने कहा कि उन्हें लगता है कि कांग्रेस के आलाकमान और प्रदेश कांग्रेस के बीच कथनी और करनी के फर्क ने राजस्थान की जनता को ठगा है. राजस्थान के लोगों के साथ वादाखिलाफी की है. इस तरह की सियासत करके वो केंद्र की सरकार को बदनाम करने की बेबुनियाद कोशिश करते हैं.