जयपुर. स्मार्ट सिटी की मासिक परफॉर्मेंस रैंकिंग के आधार पर (Jaipur Latest News) राजस्थान दूसरे पायदान पर काबिज हुआ है. स्मार्ट सिटी के पूरे हुए प्रोजेक्ट और तेजी से चल रहे कामों के आधार पर ये रैंकिंग तय की गई है. बताया जा रहा है कि प्रदेश में 1 साल में स्मार्ट सिटी में शामिल चारों शहरों में खर्चे डेढ़ गुणा तक बढ़ाया गया. 2020-21 में 737 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे, जबकि इस बार 1222 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं.
ये पहली मर्तबा है जब 1 साल में 1000 करोड़ से ज्यादा का विकास कार्य कराया गया है. इस संबंध में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि स्मार्ट सिटी के काम और फंड का ज्यादा से ज्यादा उपयोग के लिए अधिकारियों को पाबंद किया गया था. स्मार्टसिटी योजना में जनअपेक्षाओं के अनुरूप जनप्रतिनिधियों से विचार विमर्श और स्मार्ट सिटी की दिशा-निर्देशों के अनुरूप जयपुर, उदयपुर, अजमेर, कोटा में नए जनोपयोगी कार्यों को शामिल किया गया.
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कार्यों के समयबद्ध क्रियान्वयन के लिए सीपीएम-पीईआरटी आधारित एक्शन प्लान बनाकर प्रभावी मॉनिटरिंग करते हुए कार्यों का संपादन किया गया है. कोरोना काल के दौरान भी विकास कार्यों की गति को बनाए रखा गया, जिसके फलस्वरूप नागरिकों को इच्छित लाभ मिल सका और राजस्थान देश में दूसरे स्थान प्राप्त कर सका है.
वहीं, पहली बार टॉप 10 में शामिल हुए जयपुर की बात करें तो यहां गणगौरी हॉस्पिटल के एक्सटेंशन का काम जल्द शुरू (Minister Dhariwal on Smart City Ranking) किया जाएगा. एसएमएस हॉस्पिटल में रुपये 488 करोड़ की लागत से बनाए जाने वाले अत्याधुनिक आईपीडी ब्लॉक में स्मार्ट सिटी की ओर से 125 करोड़ की भागीदारी की जाएगी.
इसके अलावा राजस्थान विधानसभा में डिजीटल संग्रहालय का निर्माण, ठोस कचरा प्रबंधन के लिए आवश्यक स्मार्ट उपकरणों का क्रय, महाराजा लाइब्रेरी, मंदिरों विद्यालयों का जीर्णोद्धार और हेरिटेज वॉक वे का काम किया जा रहा है. साथ ही चौगान स्टेडियम में खेलकूद सुविधाओं का विकास और विभिन्न स्थानों पर बहुमंजिला पार्किंग सुविधाओं का विकास किया जा रहा है.